MLA Mamman khan security issue: कांग्रेस विधायक मामन खान को खतरा, गुरुग्राम शिफ्ट कर 16 कमांडो लगाए
हरियाणा के फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान की सुरक्षा को खतरा है। पुलिस ने उन्हें नूंह से गुरुग्राम शिफ्ट कर 16 स्वेट कमांडो तैनात किए हैं।
हरियाणा के फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान की सुरक्षा बढ़ाई।
MLA Mamman khan security issue : हरियाणा की सियासत में अक्सर विवादों में रहने वाले नूंह के फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें किसी गैंग से खतरे की आशंका जताई गई है। इस वजह से उन्हें नूंह से गुरुग्राम शिफ्ट किया गया। उनके साथ अब 16 स्वेट कमांडो तैनात किए गए हैं।
रेकी और गाड़ियों के नंबर जुटाने की जानकारी
पुलिस सूत्र बताते हैं कि एक आपराधिक गिरोह लगातार मामन खान की गतिविधियों पर नजर रख रहा था। यहां तक कि उनकी गाड़ियों के नंबर भी नोट किए गए और उनके मूवमेंट की रेकी की गई। इस इनपुट के बाद नूंह और गुरुग्राम पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई। हालांकि, औपचारिक तौर पर पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा बढ़ाए जाने की असल वजह का खुलासा नहीं किया है।
रात में गुरुग्राम शिफ्ट किए गए विधायक
शनिवार देर शाम मामन खान अपने गांव भादस स्थित घर पर थे। तभी पुलिस बल वहां पहुंचा और उन्हें तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। रात करीब 11:30 बजे विधायक को भारी पुलिस सुरक्षा के बीच उनके गुरुग्राम स्थित आवास पर शिफ्ट किया गया। इससे पहले अफसरों ने उन्हें फोन कर घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी थी। पुलिस ने उन्हें सार्वजनिक कार्यक्रमों में अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह भी दी है।
विधायक बोले–राजनीति का हिस्सा है सब कुछ
सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि खुद विधायक मामन खान ने भी की, लेकिन धमकियों पर उन्होंने सीधा कुछ कहने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि मेरे साथ राजनीति की जा रही है। फेसबुक और सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो और अफवाहें चल रही हैं। जनता से अपील है कि इन पर ध्यान न दें और चिंता न करें। मुझे किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है।
2023 नूंह हिंसा में आया था नाम
मामन खान का नाम पहली बार सुर्खियों में उस वक्त आया, जब 31 जुलाई 2023 को विश्व हिंदू परिषद द्वारा निकाली गई ब्रजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में हिंसा भड़क गई थी। नल्हड़ मंदिर से निकली यात्रा जब तिरंगा पार्क पहुंची, तो वहां पथराव हुआ। कुछ ही घंटों में यह हिंसा पूरे नूंह जिले और आसपास के इलाकों में फैल गई। इस हिंसा में होमगार्ड के दो जवानों समेत छह लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। हिंसा के पीछे तीन बड़े नाम सामने आए गोरक्षक मोनू मानेसर, बजरंग दल से जुड़े बिट्टू बजरंगी और कांग्रेस विधायक मामन खान।
गिरफ्तारी और जमानत तक की कहानी
हिंसा की जांच के दौरान नूंह पुलिस ने सबसे पहले बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया। उसके बाद पुलिस ने मामन खान को दो बार नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन वे पेश नहीं हुए। इसी बीच मोनू मानेसर को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद पुलिस ने मामन खान को भी हिरासत में लिया। उन पर आरोप था कि उनके बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट ने भीड़ को भड़काया। हालांकि बाद में अदालत से उन्हें जमानत मिल गई।
पुलिस ने साधी चुप्पी, मामला बेहद संवेदशील
गुरुग्राम और नूंह पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाए जाने की पुष्टि तो की है, लेकिन यह नहीं बताया कि किस गैंग से खतरा है और किस स्तर की धमकी मिली है। सूत्र बताते हैं कि यह मामला बेहद संवेदनशील है और उच्च स्तर पर इसकी समीक्षा की जा रही है।
विधानसभा में दर्ज की थी सबसे बड़ी जीत
नूंह हिंसा के बाद हुए विधानसभा चुनाव में मामन खान ने प्रदेश में सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी। मामन खान को 1,30,497 वोट मिले, वहीं भाजपा के नसीम अहमद को केवल 32 हजार 56 वोट मिले। इस तरह मामन खान ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 98 हजार वोटों से ज्यादा के अंतर से हराया था। यह प्रदेश में सबसे बड़ी जीत थी।