चरखी दादरी: छुट्टी पर आए NSG कमांडो का तबीयत बिगड़ने से निधन, राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई
कारगिल युद्ध और पुलवामा हमले में सेवाएं दे चुके जयभगवान मेघालय-बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात थे। दो माह पूर्व तबीयत खराब होने पर वह घर आए थे, लेकिन बीमारी का पता नहीं चल सका।
हरियाणा के चरखी दादरी के मौड़ी गांव में रविवार को उस समय शोक की लहर दौड़ गई, जब छुट्टी पर आए बीएसएफ इंस्पेक्टर और एनएसजी कमांडो जयभगवान का निधन हो गया। परिजनों ने बताया कि उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उन्हें नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कारगिल योद्धा और पुलवामा में दी सेवाएं
दिवंगत जयभगवान 36 वर्षों से बीएसएफ में अपनी सेवाएं दे रहे थे। उन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध में भी सक्रिय रूप से भाग लिया था। इसके अतिरिक्त, पुलवामा हमले के दौरान भी उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर में थी, जहां उन्होंने देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वर्तमान में, वह मेघालय-बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात थे।
छुट्टी के दौरान बिगड़ी तबीयत, बीमारी का नहीं चला पता
उनके बेटे अमित कुमार ने बताया कि दो माह पूर्व ड्यूटी के दौरान उनके पिता की तबीयत खराब हो गई थी और जांच में शुगर का स्तर अधिक पाया गया था। इसके बाद, वह इलाज के लिए छुट्टी लेकर घर आए थे और पिछले दो महीनों से यहीं थे। परिजनों ने कई जगह उनका इलाज कराया, लेकिन उनकी बीमारी का सही पता नहीं चल सका। रविवार दोपहर को घर पर ही उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई और उनका निधन हो गया।
राजकीय सम्मान से होगी अंत्येष्टि
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद देर शाम दिवंगत जयभगवान का पार्थिव शरीर परिजनों को सौंप दिया। संभावना है कि सोमवार को उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके निधन से पूरे गांव और उनके परिवार में मातम का माहौल है। जयभगवान अपने पीछे एक विवाहित बेटी और अविवाहित बेटे अमित को छोड़ गए हैं। उनके दादा भी सेना में सूबेदार थे।