JNUSU Election: जेएनयू छात्र संघ चुनाव से पहले लेफ्ट विंग और ABVP का शक्ति प्रदर्शन, जानिए किनके बीच है मुकाबला?

JNU कैंपस में चार साल बाद छात्र संघ का चुनाव होने जा रहा है, जिसको लेकर छात्रों एवं छात्र संगठनों मे काफी उत्साह है। JNU में चुनाव का रंग और यूनिवर्सिटी से अलग होता है।

Updated On 2024-03-20 13:38:00 IST
JNU छात्र संघ चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन।

JNUSU Election News: देश के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में चार साल बाद 2024 में छात्रसंघ का चुनाव होने जा रहा है। इसको लेकर सभी छात्र संगठन रात-दिन अपनी तैयारी में जुट गए। जानकारी के मुताबिक चुनाव में मुख्य मुकाबला ABVP और लेफ्ट संगठनों के बीच माना जा रहा है। साल 2019 में हुए चुनाव में लेफ्ट पैनल से जुड़े छात्र संगठनों ने जीत हासिल की थी। वहीं ABVP के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर रहे थे। इस बार चुनाव से पहले मंगलवार की रात को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गंगा ढाबा से जुलूस निकाल कर शक्ति का प्रदर्शन किया। इस दौरान एबीवीपी के सैकड़ों छात्रों ने हिस्सा ने लिया।   

आज रात को होगी प्रेसिडेंशियल डिबेट

बता दें कि JNU में चुनाव का रंग और यूनिवर्सिटी से अलग होता है। यहां उम्मीदवार मेस और हॉस्टल में घूम-घूम कर चुनाव प्रचार करते हैं। नारेबाजी एवं जुलूस निकालकर प्रचार किया जाता है। JNU कैंपस में 20 मार्च यानी आज रात को प्रेसिडेंशियल डिबेट होगी, जिसमे अलग-अलग संगठनों के छात्र संघ अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अपना-अपना एजेंडा बताएंगे और वोटरों को लुभाने का प्रयास करेंगे। वहीं 22 मार्च को वोटिंग होगी और 24 मार्च को छात्र संघ चुनाव के नतीजे जारी होंगे। 

जमकर हुई नारेबाजी

चुनाव में ज्यादा समय नहीं रह गया है, इसलिए दोनों संगठनों ने मंगलवार रात शक्ति प्रदर्शन किया। दोनों हीं संगठनों ने विशाल मशाल जुलूस निकाला। एबीवीपी ने जहां गंगा ढाबे से निकलकर कई हॉस्टलों से होते हुए चंद्रभागा हॉस्टल तक जुलूस निकाला। वहीं लेफ्ट संगठनों का मशाल जुलूस चंद्रभागा हॉस्टल से निकलकर गंगा ढाबे तक गया। इस दौरान दोनों हीं संगठनों के छात्रों ने जमकर नारेबाजी की। साबरमती ढाबे के पास दोनों हीं संगठनों का मशाल जुलूस आमने सामने होने वाला था, लेकिन इलेक्शन कमीशन के वालंटियर और JNU सिक्योरिटी के जवानों ने ह्यूमन चेन बनाकर दोनों संगठनों को आमने-सामने होने से रोका।   

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कई पदों पर होता है चुनाव 

बता दें कि गठबंधन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI), डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF) जैसे छात्र संगठनों का एक साझा मंच है। ये संगठन खुद को संयुक्त वाम गठबंधन (United Left Alliance) कह कर पुकारते हैं। जिसका असल मुकाबला एबीवीपी से होना है। ये चुनाव वैसे तो कई पदों के लिए कराया जाता है पर हर बार सबसे अधिक चर्चा सेंट्रल पैनल (केंद्रीय पदों) के उम्मीदवारों को लेकर होती है। इसके अंतर्गत मुख्य तौर पर अध्यक्ष (प्रेसिडेंट), उपाध्यक्ष (वाइस प्रेसिडेंट), महासचिव (जनरल सेक्रेटरी) और संयुक्त सचिव (जॉइंट सेक्रेटरी) चुने जाते हैं।  

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