दिल्ली पुलिस साइबर सेल की बड़ी कार्रवाई: यूट्यूब कर्मचारी बनकर ब्लैकमेल करने वाला शातिर ठग गिरफ्तार, सैकड़ों लोग हुए शिकार

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल, क्राइम ब्रांच ने यूट्यूब कर्मचारी बनकर लोगों को ब्लैकमेल करने वाले एक शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम शाहिद है, जो राजस्थान के भरतपुर जिले का रहने वाला है।

Updated On 2025-02-25 15:04:00 IST
यूट्यूब कर्मचारी बनकर ब्लैकमेल करने वाला शातिर ठग गिरफ्तार

Delhi Police Cyber Cell: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल क्राइम ब्रांच ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को यूट्यूब कर्मचारी बताकर लोगों को ब्लैकमेल करता था। आरोपी पीड़ितों को धमकी देता था कि उनकी निजी वीडियो सोशल मीडिया पर डाल देगा और उनसे मोटी रकम वसूलता था।  

कौन है आरोपी और कैसे करता था ठगी?

गिरफ्तार आरोपी का नाम शाहिद है, जो राजस्थान के भरतपुर जिले का रहने वाला है। उसने कई लोगों को फोन करके खुद को 'राहुल शर्मा फ्रॉम यूट्यूब' बताया और धमकी दी कि उनके पास आपत्तिजनक वीडियो हैं, जो पैसे न देने पर यूट्यूब पर अपलोड कर दी जाएंगी। पीड़ितों से ठगी गई रकम लाखों में थी। एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने आरोपी को 3.61 लाख रुपये अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए, लेकिन ब्लैकमेलिंग नहीं रुकी और उसे कुल 25 लाख रुपये देने पड़े।  

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जांच में हुआ बड़ा खुलासा

पुलिस जांच में सामने आया कि शाहिद संदीप अग्रवाल नाम के गिरोह का सदस्य था। इस गिरोह के सरगना माजिद के नेतृत्व में एक बड़ा सेक्सटॉर्शन नेटवर्क चलाया जा रहा था। आरोपी शाहिद ने न केवल यूट्यूब कर्मचारी बनकर लोगों को ब्लैकमेल किया, बल्कि वह खुद को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार बताकर भी ठगी करता था।  

यमुनानगर से हुई गिरफ्तारी

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने तकनीकी और जमीनी निगरानी के जरिए शाहिद को हरियाणा के यमुनानगर से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह वासिम नाम के व्यक्ति के संपर्क में था, जो माजिद के सेक्सटॉर्शन गिरोह से जुड़ा था।

साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस की अपील

दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई अनजान व्यक्ति खुद को किसी कंपनी या सरकारी अधिकारी बताकर ब्लैकमेल करता है, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें। सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध कॉल का जवाब न दें। अगर आप साइबर ठगी के शिकार हुए हैं, तो 1930 हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत शिकायत दर्ज करें।

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