दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: अरविंद केजरीवाल ने ECI में दाखिल किया जवाब, बताया इस वजह से दिया था यमुना पर बयान

अरविंद केजरीवाल ने जहर वाले बयान पर चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दे दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि दिल्ली में पीने के पानी की बिगड़ती गुणवत्ता को देखते हुए जनहित के लिए यह टिप्पणी की गई थी।

Updated On 2025-01-30 08:06:00 IST
अरविंद केजरीवाल

Arvind Kejriwal: यमुना में जहर वाले बयान पर AAP मुखिया अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग के नोटिस के जवाब को दाखिल कर दिया है। उन्होंने इसे जनहित के लिए की गई टिप्पणी बताया है। अपने 14 पन्नों के जवाब में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये बयान दिल्ली में पीने के पानी की बिगड़ती गुणवत्ता से संबंधित था, जो तत्काल और चिंताजनक पब्लिक हेल्थ क्राइसिस को लेकर किया गया था। हालांकि, ECI की ओर से अभी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

ये भी पढ़ें- नायब सैनी ने पिया यमुना का पानी

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केजरीवाल ने अपने जवाब में ये भी कहा कि राजधानी दिल्ली पड़ोसी राज्य हरियाणा से मिलने वाले कच्चे पानी की आपूर्ति पर निर्भर है। खराब पानी की गुणवत्ता के बारे में दिए गए बयान हरियाणा से मिलने वाले कच्चे पानी में गंदगी को उजागर करने के लिए किए गए थे। आप के मुखिया ने कहा कि हरियाणा से मिलने वाला कच्चा पानी अत्यधिक दूषित और जहरीला है। इस पानी में इतनी गंदगी होती है कि दिल्ली में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (WTP) इसे संसोधित करने में असमर्थ हैं। अगर इस तरह के जहरीले पानी को लोगों को पीने की मंजूरी दे दी जाए तो इससे उनके स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा हो सकता है और इससे उनकी जान भी जा सकती है। 

ये भी पढ़ें- दिल्ली चुनाव 2025: केजरीवाल के जहर वाले बयान पर पीएम मोदी का पलटवार 

खबरों की मानें, तो अरविंद केजरीवाल ने अपने जवाब में ये भी लिखा कि उनके बयान को विभिन्न ग्रुपों के बीच दुश्मनी भड़काने या राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक" नहीं कहा जा सकता। ऐसा इसलिए है क्योंकि यमुना जल पर उनका बयान 27 जनवरी को दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ की ओर से जारी किए गए एक पत्र पर आधारित था। यह पत्र में लिखा गया है कि हरियाणा से दिल्ली आने वाले पानी में अमोनिया का स्तर कई गुना बढ़ गया है और ये 6.5-7 पीपीएम के लेवल तक पहुंच गया है.''

यमुना में लगातार बढ़ रहा अमोनिया का स्तर

केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ के पत्र के उस हिस्से की ओर इशारा किया। जिसमें कहा गया था कि वजीराबाद बैराज के अपस्ट्रीम में कुछ अनुपचारित सीवेज या औद्योगिक कचरे के मिश्रण की वजह से यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ जाता है। ECI को दिए अपने जवाब में केजरीवाल ने पीने के पानी में अमोनिया के अत्यधिक स्तर की वजह से हेल्थ रिस्क की ओर इशारा किया। वहीं उनकी टिप्पणी से आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है। वहीं पूर्व सीएम केजरीवाल ने ईसी से ये भी कहा कि उनके दिए गए बयान भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की संवैधानिक गारंटी के तहत पूरी तरह से संरक्षित हैं।

दिल्ली चुनाव के बीच खड़ा हुआ विवाद

बता दें कि अरविंद केजरीवाल के इस बयान से दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले एक नया विवाद खड़ा हो गया है। जिसके बाद से उन पर लगातार हमला हो रहा है। पीएम मोदी ने भी केजरीवाल के बयान का पलटवार किया और उन्होंने यहां तक कह दिया कि आपदा की लुटिया यमुना में ही डूबेगी। वहीं हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने तो यमुना नदी के तट पर जाकर पानी पी भी लिया है। 

ये भी पढ़ें- Delhi Elections 2025: कौन हैं रविंद्र सिंह नेगी, जिनके PM मोदी ने 3 बार पैर छूकर चौंकाया; वीडियो वायरल

Similar News