Manjinder Singh Sirsa: मंत्री मनजिंदर सिरसा समेत कई आरोपी बरी, सज्जन कुमार से जुड़ा है मामला
Manjinder Singh Sirsa: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सज्जन कुमार के खिलाफ कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के मामले में मनजिंदर सिंह सिरसा समेत 9 आरोपियों को बरी कर दिया गया है।
मनजिंदर सिंह सिरसा और सज्जन कुमार।
Manjinder Singh Sirsa: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सज्जन कुमार के खिलाफ प्रदर्शन के मामले में दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा समेत कई लोगों को बरी कर दिया है। इन लोगों पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बाहर सज्जन कुमार के खिलाफ प्रदर्शन करने का आरोप था। जानकारी के अनुसार, तुगलक रोड पुलिस स्टेशन में 2013 में गैरकानूनी रूप से जमा होने और धारा 144 का उल्लंघन करने के मामले में मनजिंदर सिंह सिरसा समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया है।
राउज एवेन्यू कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई। कोर्ट के एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट नेहा मित्तल ने फैसला सुनाते हुए आरोपियों को बरी कर दिया। इस लिस्ट में दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा के साथ ही मनजीत सिंह जीके, ओंकार सिंह थापर , कुलदीप सिंह भोगल, तेजिंदर पाल सिंह गोल्डी, हरमीत सिंह कालका, हरजीत सिंह, अवतार सिंह हित, मनदीप कौर बख्शी और बलजीत कौर का नाम शामिल है।
अभियोजन पक्ष की तरफ से कहा गया कि प्रदर्शनकारियों को कोठी नंबर 26, अकबर रोड के पास लगाए गए पहले बैरिकेड पर ही रोक दिया गया था। प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लेकर सज्जन कुमार को फांसी देने की मांग को लेकर जोर-जोर से नारेबाजी कर रहे थे। वे लोग 'सज्जन कुमार को फांसी दो' 'कांग्रेस हाय-हाय' और 'सोनिया गांधी हाय-हाय'के नारे लगा रहे थे। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि उनके द्वारा किया जाने वाला प्रदर्शन धारा 144 का उल्लंघन करता है। इसके बावजूद वे लोग नहीं माने और प्रदर्शन करते हुए गतिविधियां जारी रखीं। इस दौरान मौके पर खड़ी बस का शीशा टूट गया और इसके बाद कई नियमों का उल्लंघन करने के मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
बता दें कि ये मामला साल 2013 का है, जब दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों और उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया था। ये प्रदर्शन साल 1984 के सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार की भूमिका के लिए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए किया गया था। ये विरोध प्रदर्शन का कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पर किया गया था।