Dwarka Expressway: द्वारका एक्सप्रेसवे पर यात्रियों का सफर बनेगा सुरक्षित, जानें NHAI का पूरा प्लान?

Dwarka Expressway: द्वारका एक्सप्रेसवे पर सफर को सुरक्षित बनाने के रेलिंग बनाने का फैसला किया है। NHAI ने करोड़ों का टेंडर जारी किया है।

Updated On 2025-11-23 07:00:00 IST

द्वारका एक्सप्रेसवे के दोनों ओर बनेगी रेलिंग।

Dwarka Expressway: गुरुग्राम में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने द्वारका एक्सप्रेसवे के सफर को सुरक्षित करने का फैसला लिया है। NHAI द्वारा तैयार प्लान के तहत एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ 5 फीट ऊंची रेलिंग लगाई जाएगी। रेलिंग लग जाने से आवारा पशु एक्सप्रेसवे पर एंट्री नहीं कर सकेंगे। एक्सप्रेसवे पर रेलिंग की सहायता से अवैध कट को बंद किया जाएगा।

द्वारका एक्सप्रेसवे की लंबाई 29 किलोमीटर है, जिसका 18 किलोमीटर हिस्सा गुरुग्राम में है। दिल्ली-जयपुर हाईवे से दिल्ली जाने वाले ड्राइवर द्वारका एक्सप्रेसवे के ऊपर से सीधा निकल जाते हैं। वहीं सेक्टर-81 से 115 तक बने सेक्टर, कॉलोनियां और गांव के रहने वाले लोगों को एक्सप्रेसवे के नीचे बनी सड़क का इस्तेमाल करना पड़ता है।

50 करोड़ रुपए का टेंडर

एक्सप्रेसवे के आसपास गांव होने की वजह से पशुपालक सुबह और शाम के समय अपने जानवरों को दूध निकालने के बाद खुला छोड़ देते हैं। ऐसे में अक्सर पशु चरते हुए द्वारका एक्सप्रेसवे के ग्रीन एरिया में प्रवेश कर जाते हैं, जिसके कारण जानवरों का वाहन की चपेट में आने का खतरा बढ़ जाता है, वहीं यात्रियों के लिए भी जोखिम भरा साबित हो सकता है। जानवरों और आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए NHAI द्वारा 50 करोड़ रुपए का टेंडर आवंटित किया गया है।

एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ रेलिंग लगाई जा रही है, ताकि आवारा पशु एक्सप्रेसवे पर एंट्री ना कर सके और सड़क दुर्घटनाओं की संभावना ना हो। दूसरी तरफ GMDA द्वारा द्वारका एक्सप्रेसवे के 15 किमी हिस्से दिल्ली बॉर्डर से लेकर सेक्टर-84 में ऐलान मॉल तक, दोनों ओर साढ़े 7 मीटर चौड़ी सर्विस रोड बनाई जा रही है। इस काम का ठेका भी दिया जा चुका है। पहले इस सड़क को ढाई साल में बनाया जाना था, लेकिन अभी तक यह सड़क 55 प्रतिशत तक बनी है।

50 अवैध कट से दुर्घटनाओं की संभावना

मौजूदा समय में द्वारका एक्सप्रेसवे पर 2 दर्जन रिहायशी सोसाइटियां और कॉलोनियां हैं। इस अलावा अवैध रूप से दुकानें भी बनी हैं। इन सोसाइटी, कॉलोनी में रहने वाले लोगों और बिल्डर द्वारा रेलिंग का विरोध किया जा रहा है। बिल्डरों की मांग है कि जब तक सर्विस रोड बनाया नहीं जाता, तब तक एक्सप्रेसवे के एंट्री और निकासी को बंद ना किया जाए।

इसके अलावा, आरोप है कि एक्सप्रेसवे के दोनों ओर बसी रिहायशी कॉलोनियों और सोसाइटियों का प्रवेश द्वार अवैध रूप से एक्सप्रेसवे से निकाला हुआ है। यहां 45 से 50 अवैध कट होने की वजह से गाड़ियां कईं बार स्पीड से द्वारका एक्सप्रेसवे पर आकर मिलती हैं, जिससे सड़क हादसे की संभावना बढ़ जाती है।

NHAI परियोजना अधिकारी आकाश पाधी का कहना है कि द्वारका एक्सप्रेसवे पर सफर को सुरक्षित करने के लिए दोनों तरफ रेलिंग लगाई जा रही। इससे जहां आवारा पशुओं का एक्सप्रेसवे पर आने की संभावना पूरी तरह से खत्म हो जाएगी, वहीं अवैध कट बंद होने से सड़क हादसों की आशंका से भी निजात मिलेगी। उन्होंने बताया कि रेलिंग लगने के बाद एक्सप्रेसवे पर बने करीब 50 अवैध कट बंद हो जाएंगे।

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