Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो के कौन-से डिब्बे में भीड़ है कम, किसमें है सीट उपलब्ध, प्लेटफॉर्म पर ही मिल जाएगी इसकी जानकारी
Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों को अब प्लेटफॉर्म पर ही इस बात का पता चल जाएगा कि डिब्बे के अंदर कितनी भीड़ है। इसके लिए DMRC ने मैजेंटा लाइन पर PIDS पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है।
Delhi Metro: दिल्ली में मेट्रो ने दिल्ली की भीड़भाड़ का 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा संभाल रखा है। इसके कारण सड़कों पर थोड़ी राहत है। मेट्रो की मदद से लोग कम समय में और कम खर्चे में एक स्थान से दूसरे स्थान तक सफर करता है। इसके अलावा दिल्ली मेट्रो में मिलने वाली सुविधाएं दिल्ली मेट्रो को और भी सुविधाजनक बना देती हैं। इसके कारण लाखों लोग रोजाना मेट्रो में सफर करते हैं। सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक और साम 5 बजे से रात 9 बजे तक दिल्ली मेट्रो में सबसे ज्यादा भीड़ होती है।
PIDS के जरिए मिलेगी भीड़ की जानकारी
इस भीड़भाड़ वाले माहौल में दिल्ली मेट्रो नई तकनीक शुरू करने वाली है, जिससे यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद है। जानकारी के अनुसार, DMRC पैसेंजर इंफोर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम (PIDS) शुरू करने वाली है। इसकी मदद से प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्री ये जान सकेंगे कि किस कोच में भीड़ सबसे कम है और उन्हें बैठने के लिए किस कोच में सीट मिल सकती है।
वजन के आधार पर देगा जानकारी
PIDS की मदद से ट्रेन के कोच में मौजूद भीड़ के बारे में पता लगेगा। दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों के मुताबिक, कोच के वजन के आधार पर PIDS सिस्टम काम करेगा और वजन के हिसाब से ही कोच में मौजूद लोगों की जानकारी देगा। ये खाली और भरे वजन की तुलना करके कोच में मौजूद यात्रियों का प्रतिशत बताएगा। वहीं प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्रियों को वहां मौजूद स्क्रीन पर जानकारी फ्लैश होगी। स्क्रीन पर C1, C2 और C3 जैसे कोच नंबर के साथ भीड़ का प्रतिशत (50%, 60%) बताएगा। इसी मदद से यात्री ये तय कर सकेंगे कि उन्हें किस डिब्बे में चढ़ना है?
मैजेंटा लाइन पर चल रहा पायलट प्रोजेक्ट
हालांकि वर्तमान समय में मैजेंटा लाइन पर इस तकनीक का ट्रायल चल रहा है। इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत मैजेंटा लाइन पर शुरू किया गया है। अगर इसका सकारात्मक परिणाम रहा, तो इसे दिल्ली मेट्रो की दूसरे रूटों पर भी शुरू किया जा सकता है।