Delhi Water Supply Issue: दिल्ली के कई इलाकों में 1 जून को नहीं आएगा पानी, देखें कहीं आपका एरिया तो लिस्ट में नहीं
Delhi Water Supply: दिल्ली के 20 से ज्यादा इलाकों में लोगों को 1 जून को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ेगा। 31 मई की शाम को भी सप्लाई प्रभावित रही। दिल्ली जल बोर्ड की ओर से इसकी वजह भी बताई गई है।
दिल्ली में जल संकट
Delhi Water Supply: दिल्ली में अगले दो दिनों तक कई इलाकों में पानी की किल्लत होने वाली है। दिल्ली जल बोर्ड ने बताया कि कुछ इलाकों में पानी सप्लाई 1 जून की शाम तक बाधित रहेगी। DJB के मुताबिक, ITO स्थित हंस भवन के पास ड्रेन नंबर 12 के पास से गुजरने वाली 900 मिलीमीटर व्यास वाली किलोकरी पाइप लाइन को ऊपर उठाने का काम किया जा रहा है। इस काम के लिए 31 मई की शाम 5 बजे से अगले 24 घंटे के लिए शटडाउन किया गया है।
दरअसल, इस पाइप लाइन के चलते नाले के बहाव में रुकावट होती है, जिससे आसपास के इलाकों में जलभराव की समस्या हो जाती है। इसी वजह से इस पाइपलाइन को ऊपर किया जाएगा।
इन इलाकों में नहीं आएगा पानी
ITO के पास किलोकरी पाइप लाइन को ऊपर उठाने का काम होने के चलते 1 जून शाम 5 बजे तक कई इलाकों में पानी की सप्लाई बंद रहेगी। यह 31 मई की शाम से बंद है। इनमें मजनू का टीला, राजघाट, विधानसभा, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (NDMC ) क्षेत्र, हंस भवन, CGO कॉम्प्लेक्स, निजामुद्दीन, डिफेंस कॉलोनी, साउथ एक्सटेंशन और उसके आसपास के क्षेत्र शामिल हैं।
महरौली के अलावा इन क्षेत्रों में भी रहेगी पानी की दिक्कत
इसके अलावा 1000 मिलीमीटर व्यास वाली महरौली मेन वाटर पाइपलाइन को 4 जगहों पर जोड़ने का काम किया जाना है। दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, इस पाइपलाइन को जोड़ने के लिए डियर पार्क पंपिंग स्टेशन परिसर, IIT गेट नंबर–2 और PWD स्टोर, औरंगजेब मार्ग पर इंटरकनेक्शन का काम किया जा रहा है। इस काम की वजह से डियर पार्क से निकल रही लाइन बंद रहेगी, जिससे कुतुब यूजीआर और महरौली क्षेत्र में पानी को समस्या होगी।
इन इलाकों में भी रहेगी पानी की किल्लत
महरौली मेन वाटर पाइपलाइन को जोड़ने के लिए इंटरकनेक्शन का काम किया जाएगा। इसके चलते 31 मई की शाम और 1 जून की सुबह के समय कई इलाकों में पानी के सप्लाई की समस्या रहेगी। इनमें महरौली टाउनशिप, सर्वप्रिय विहार, बेगमपुर, कालू सराय, सर्वोदय एनक्लेव, विजय मंडल, आजाद अपार्टमेंट, अधचिनी, कटवारिया सराय और कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया शामिल हैं।