Chandni Chowk Rich Seth: चांदनी चौक का सबसे अमीर सेठ...जिनके घर सबसे पहले पहुंची थी बिजली, टेलीफोन और कार ?

Delhi History: दिल्ली के इतिहास के पन्नों में अनेक सेठ और बादशाहों के नाम दर्ज हैं। इन नाम में शामिल एक ऐसा सेठ है, जिनके घर पर सबसे पहले बिजली जली, टेलीफोन लगा और कार आई थी।

Updated On 2025-12-18 08:00:00 IST
दिल्ली के सेठ चुन्नामल की कहानी

Seth Chunnamal story delhi: दिल्ली के इतिहास में केवल किले, महल और बादशाहों की कहानियों ही नहीं बल्कि अमीर सेठ और व्यापारियों भी शामिल हैं। आज हम एक ऐसे सेठ के बारे में बताएंगे, जिसे लोग लाला कहते थे। ये कहानी चांदनी चौक के सबसे अमीर सेठ चुन्नामल की है। इनकी गिनती दिल्ली के सबसे प्रभावशाली व्यापारियों और अमीर में होती थी। ऐसा कहा जाता है कि इनके घर पर ही सबसे पहले बिजली, टेलीफोन और कार आई थी। इतना ही नहीं यमुना नदी पर बने लोहा पुल के बनने में भी इन्होंने अंग्रेजों की आर्थिक मदद की थी। ये इकलौते सेठ थे जो राजा-महाराजा और अंग्रेजों को रुपए उधार दिया करते थे। इस शहर के विकास में भी उनका अहम योगदान रहा था।

चांदनी चौक के सेठ चुन्नामल की 200 साल पुरानी हवेली

चांदनी चौक दिल्ली का सबसे पुराना और इतिहास से भरा हुआ इलाका है। यही पर सेठ चुन्नामल की फेमस हवेली बनी है। ये हवेली करीब 200 साल पुरानी है। जिसे सेठ राय चुन्नामल ने बनवाया था। इसे अपनी भव्य बनावट और नक्काशी के लिए जाना जाता है। यह हवेली आज भी उतनी ही खूबसूरत है।

राजा-महाराजाओं और अंग्रेजों को भी देते थे उधार

सेठ चुन्नामल कपड़े के बड़े व्यापारी और साहूकार थे, जो कपड़ों का व्यापार किया करते थे। उनका कारोबार दिल्ली से लेकर विदेशों तक फैला हुआ था। कहा जाता है कि वे दिल्ली लंदन बैक में बड़े हिस्सेदार हुआ करते थे। लोग इन्हें नामी साहूकार के रूप जाना करते थे। राजा-महाराजा और अंग्रेज इनकी अमीरी के मुरीद हुआ करते थे। ये उनसे पैसे भी उधार लिया करते थे।

सेठ चुन्नामल की कहानी

सेठ चुन्नामल ने अंग्रेजों के शासन काल में समाज और प्रशासन की अहम जिम्मेदारी संभाली थी। ये अपनी प्रतिष्ठा और प्रभाव के कारण ब्रिटिश काल में नगर निगम के पहले आयुक्त रहे थे। अंग्रेज इनकी समझदारी का लोहा माना करते थे।

1857 की क्रांति के बाद खुली थी किस्मत

1857 की क्रांति के बाद दिल्ली के हालात काफी बिगड़े और सुधरे थे। उस समय केवल कुछ ही व्यापारी ऐसे बचे थे, जो अपने कारोबार को फिर खड़ा कर सके। उनमें से एक सेठ चुन्नामल थे, उन्होंने अपनी समझदारी और अनुभव से अपने व्यापार को आगे बढ़ाया था। इस तरह धीरे-धीरे वो दिल्ली के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे।

दिल्ली का पहला टेलीफोन और बिजली कनेक्शन

सेठ चुन्नामल समय से आगे की सोचा करते थे। ये आधुनिक सुविधाओं को अपनाने वाले पहले आदमी बने थे। दिल्ली में इनके घर पर सबसे पहले टेलीफोन कनेक्शन, पहली कार और पहली बिजली लगी थी। इसी कारण इनको अपने समय से आगे सोचने वाला सेठ माना जाता था। आज भी चांदनी चौक में खड़ी सेठ चुन्नामल की हवेली और उनकी कहानी दिल्ली के गौरवशाली इतिहास की याद दिलाती है।

Tags:    

Similar News