Delhi Blast Probe: दिल्ली के हर कोने में घूमा था 'सुसाइड बॉम्बर' उमर, 13 दिन तक कब-कहां गया आतंकी?
Delhi Blast Probe: एनआईए ने लाल किला ब्लास्ट के मुख्य आरोपी डॉ. उमर को सुसाइड बॉम्बर बताया है। दिल्ली पुलिस और एनआईए की टीम ने अलग-अलग लोकेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज से 13 दिन की पूरा रूट ट्रेस किया है।
आतंकी डॉ. उमर की 13 दिनों की लोकेशन ट्रेस।
Delhi Blast Probe: 10 नवंबर 2025 की शाम करीब 6:52 बजे दिल्ली के लाल किले के पास ट्रैफिक सिग्नल पर रुकी एक हुंडई आई20 कार में ब्लास्ट हो गया था। यह धमाका इतना जोरदार था कि आसपास के लोगों में अफरातफरी मच गई। ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी कई गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) ने इसे दिल्ली का पहला 'कार-बोर्न सुसाइड अटैक' बताया है।
जांच में सामने आया कि ब्लास्ट के पीछे पुलवामा के रहने वाले 36 साल के डॉक्टर उमर उन नबी का हाथ था, जो फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर था। धमाके वाली कार में मिले शव के अवशेषों के डीएनए टेस्ट से उसकी पहचान होने की पुष्टि की गई है। अधिकारियों ने बताया कि आतंकी उमर जैश-ए-मोहम्मद के एक सक्रिय मॉड्यूल का हिस्सा था, जो पिछले कई दिनों से फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था।
आतंकी उमर की 13 दिनों की लोकेशन ट्रेस
आतंकी उमर फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर था। 10 नवंबर को शाम को उमर ने लाल किले के पास आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था। दिल्ली पुलिस और एनआईए ने मिलकर आतंकी उमर की पूरी मूवमेंट ट्रेस कर ली है। 1,300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद आतंकी उमर की 29 अक्टूबर से 10 नवंबर तक की 13 दिनों की मूवमेंट को मिनट-दर-मिनट ट्रेस किया गया है।
डॉ. उमर फरीदाबाद से कार लेकर निकला था। इसके बाद वो दिल्ली के हाई-सिक्योरिटी इलाकों में घूमता रहा। इस दौरान वह अलग-अलग जगहों पर लगे कैमरों में कैद हो गया। कई मीडिया रिपोर्ट्स में 50 से ज्यादा सीसीटीवी लोकेशन्स का भी जिक्र है।
29 अक्टूबर: इस दिन आतंकी उमर ने फरीदाबाद में सफेद हुंडई आई20 कार खरीदी और इसे यूनिवर्सिटी कैंपस के कॉमन पार्किंग में पार्क किया। इसके बाद आई20 कार को होस्टल एरिया में पार्क किया।
30 अक्टूबर: अगले दिन उमर ने कार को मैकेनिक से चेक कराया और फिर नूंह के उस किराए के घर गया, जहां वह करीब एक हफ्ते तक रहा। बताया जा रहा है कि इसी दौरान उसे तुर्की और अफगानिस्तान से आईईडी तैयार करने के वीडियो मिले, जिनकी मदद से उसने बम तैयार किया।
9 नवंबर: 9 नवंबर की रात को आतंकी उमर आई20 कार में सवार होकर दिल्ली में दाखिल हुआ। रात 11:43 बजे उसे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के खलीलपुर टोल पर देखा गया। फिर उसी रात 12:46 बजे खलीलपुर टोल से बाहर निकला। इसके बाद 10 नवंबर तड़के 1:45 बजे आतंकी उमर की आई20 कार फिर से खलीलपुर टोल पर देखी गई। फिर 3:07 बजे उसने कार को केएमपी के पास पार्क किया। 6:42 बजे तक कार वहीं पर पार्क रही, फिर एक्सप्रेसवे से बाहर निकली।
10 नवंबर: 10 नवंबर की सुबह 8:03 बजे उमर की आई20 कार कार बदरपुर टोल प्लाजा पर दिखी। इसके बाद वह दिल्ली के कई संवेदनशील इलाकों में काफी देर तक चक्कर लगाता रहा। इस दौरान आतंकी उमर की आई20 कार आश्रम चौक, मयूर विहार, चिल्ला सीएनजी पंप पर देखी गई। इसके बाद वह वापस आश्रम चौक लौट गया।
इंडिया गेट-लुटियन जोन में भी घूमा आतंकी
10 नवंबर की सुबह 9:17 बजे निजामुद्दीन थाने के सामने उमर की आई20 कार देखी गई। इसके बाद वह इंडिया गेट, शाहजहां रोड, अकबर रोड, रेल भवन, कर्तव्य पथ, सुनहरी बाग रोड, लोधी रोड और सफदरजंग अस्पताल के पास देखा गया। जांच टीम को शक है कि वह इन इलाकों की रेकी कर रहा था और पार्लियामेंट क्षेत्र भी उसके टारगेट में हो सकता था। दोपहर 2:04 बजे उमर कनॉट प्लेस आउटर सर्कल पहुंचा, जहां वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।
इसके बाद उसे बाराखंबा रोड, रामलीला मैदान, तुर्कमान गेट मस्जिद और दरियागंज पुलिस स्टेशन के पास भी देखा गया। फिर शाम को वह लाल किले की पार्किंग में तीन घंटे रुका और 6:23 बजे बाहर निकला और 6:50 बजे ब्लास्ट साइट पर पहुंचा। करीब 6:52 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास ब्लास्ट हो गया। जांच एजेंसियों को शक है कि उमर ने पार्किंग में ही बम असेंबल किया होगा, क्योंकि वह 3 घंटे तक कार से बाहर नहीं निकला था।
उमर का साथी आमिर गिरफ्तार
एनआईए ने आतंकी उमर के दोस्त आमिर राशिद अली को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके नाम पर आई20 कार का रजिस्टर्ड थी। अमीर ने कार खरीदने और आत्मघाती हमले की तैयारी करने में उमर की मदद की थी।
जांच एजेंसियां अब उमर के पूरे रूट को दोबारा रीक्रिएट करने की तैयारी कर रही हैं, जिससे उसके हैंडलर्स, विदेशी लिंक और प्लानिंग की गहराई का पता चल सके। अब तक इस मामले में एनआईए ने 73 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है। इस मामले की जांच में जम्मू-कश्मीर, यूपी और हरियाणा पुलिस भी मिलकर काम कर रही हैं।
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