Chandni Chowk Market: शौकीन शहजादी के लिए बनवाया गया था चांदनी चौक, जानें कैसे हुआ मशहूर?

Chandni Chowk Market: दिल्ली के चांदनी चौक बाजार को शाहजहां ने अपनी बेटी जहांआरा के लिए बनवाया था। इस बाजार की आकृति अर्ध-चंद्राकार में है, जिसके कारण इसका नाम चांदनी चौक पड़ा।

Updated On 2025-06-28 07:00:00 IST

चांदनी चौक बाजार।

Chandni Chowk Market: दिल्ली का चांदनी चौक बाजार देश ही नहीं पूरे विश्व में मशहूर है। इस बाजार में दूल्हे-दुल्हन के कपड़े, शादी समारोह का सामान, खाने-पीने के आइटम आदि मिलते हैं। यहां लोग शादी के कपड़े खरीदने दूर-दराज से आते हैं। कहा जाता है कि इस मार्केट में शादी के कपड़े सबसे सस्ते मिलते हैं। हालांकि बहुत से लोग इस मार्केट के इतिहास के बारे में नहीं जानते। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये मार्केट शाहजहां ने अपनी बेटी जहांआरा के शॉपिंग करने के लिए बनवाया था। आइए जानते हैं कि इस मार्केट का नाम चांदनी चौक कैसे पड़ा?

किसने बसाया चांदनी चौक बाजार?

जानकारी के अनुसार, इस बाजार को मुगल शासक शाहजहां ने अपने शासनकाल में बनवाया था। जब मुगल शाहजहां आगरा छोड़कर दिल्ली आया, तो उसने दिल्ली का नाम बदलकर शाहजहानाबाद रखा और इसे अपनी राजधानी बनाया। शाहजहां ने शाहजहानाबाद में ही लाल किले का निर्माण करवाया, जिसे आज पुरानी दिल्ली के नाम से जाना जाता है।

किसके लिए बनवाया गया चांदनी चौक?

औरतें पुराने समय से ही खरीदारी करने की शौकीन हुआ करती थीं। वर्तमान समय में भी औरतें टोली बनाकर शॉपिंग करने बाजार जाती हैं। इसी तरह पुराने समय में भी महिलाएं शॉपिंग करने की शौकीन हुआ करती थीं। शाहजहां की बेटी को भी शॉपिंग का काफी चस्का था। शाहजहां ने अपनी बेटी जहांआरा की शॉपिंग करने के लिए ही चांदनी चौक बनवाया था। कहा जाता है कि जहांआरा अपने शौक पूरा करने के लिए अलग-अलग बाजारों में जाया करती थी। बेटी के इस शौक के बारे में जब शाहजहां को पता चला, तो उसने बाजार बनाने के बारे में सोचा और एक बाजार बसा दिया।

खुद जहांआरा ने तैयार किया था डिजाइन

इस बाजार का निर्माण सन् 1650 में किया गया था। कहते हैं कि इस बाजार का डिजाइन खुद जहांआरा ने तैयार किया था। इस तरह यह चांदनी चौक बाजार एक शौकीन शहजादी के लिए बनवाया गया था। आज यह बाजार पूरी दुनिया में फेमस है।

क्यों रखा चांदनी चौक नाम?

बहुत से लोगों के मन में ये सवाल आता है कि आखिर इस मार्केट का नाम चांदनी चौक कैसे पड़ा? आइए जानते हैं कि इसके पीछे की कहानी क्या है? जिस समय चांदनी चौक का निर्माण किया गया, तब इसका आकार अर्ध-चंद्राकार आकृति का था, जो बिल्कुल आधे चांद की तरह दिखाई देता था। इस बाजार के अंदर कई तालाब और नहर भी मौजूद थी। रात के समय जब चांद की चांदनी इनके ऊपर पड़ती, तब पूरा बाजार चांदनी से जगमगा उठता था। इस कारण इस बाजार का नाम चांदनी चौक रखा गया।

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