गांव में बिक रहे मनमाने अवैध शराब: ग्रामीणों ने किया विरोध, प्रदर्शन कर पुलिस को सौंपा ज्ञापन
तिल्दा नेवरा में अवैध शराब बिक्री के खिलाफ ग्रामीणों ने थाना पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने कोचिया पद्धति से हो रही शराब बिक्री पर रोक लगाने की मांग की।
पुलिस थाना तिल्दा-नेवरा में उपस्थित ग्रामीण
दिलीप वर्मा - तिल्दा नेवरा। छत्तीसगढ़ के तिल्दा नेवरा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम छपोरा के ग्रामीणों ने शुक्रवार को एक साहसी कदम उठाया है। ग्रामीणों ने गांव में फल-फूल रही अवैध शराब बिक्री के विरोध में नेवरा थाना का रुख किया। शुक्रवार को गांव के सरपंच गजानंद वर्मा के नेतृत्व में महिला-पुरुषों का एक दल थाना पहुंचा और अवैध शराब पर रोक लगाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
युवाओं में तेजी से बढ़ रही नशे की लत
ग्रामीणों का कहना है कि, छपोरा गांव में कोचिया पद्धति के जरिए बड़े पैमाने पर अवैध शराब की बिक्री हो रही है, जिससे गांव का सामाजिक माहौल बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। उन्होंने बताया कि, जगह-जगह खुलेआम शराब बेची जा रही है और युवाओं में इसकी लत तेजी से बढ़ रही है। सरपंच गजानंद वर्मा ने बताया कि, हम कई बार समझाइश दे चुके हैं, पर स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। गांव में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि, प्रशासन तत्काल सख्त कदम उठाए।
महिलाओं और बच्चों पर गलत असर
महिलाओं ने भी इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, शराब की वजह से घर-परिवार टूट रहे हैं, महिलाएं असुरक्षित महसूस कर रही हैं और बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है। यहां यह उल्लेखनीय है कि, तिल्दा शहर से लेकर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों तक अवैध शराब का कारोबार तेजी से फैल रहा है। खरोरा क्षेत्र में भी यही स्थिति बनी हुई है, जहां सुबह से देर रात तक गांव-गांव में आसानी से शराब उपलब्ध हो रही है। हाल ही में आयोजित सुशासन तिहार के दौरान भी इस विषय को लेकर भारी संख्या में शिकायतें सामने आई थीं, लेकिन आबकारी और पुलिस विभाग द्वारा सिर्फ औपचारिक कार्रवाई की जा रही है।