सिम्स की बदहाल व्यवस्था: HC ने डीन से मांगा नया शपथपत्र, अगली सुनवाई 18 सितंबर को
बिलासपुर के सिम्स हॉस्पिटल की बदहाल व्यवस्था को लेकर सोमवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई।
बिलासपुर हाईकोर्ट
पंकज गुप्ते-बिलासपुर। बिलासपुर के सिम्स हॉस्पिटल की बदहाल व्यवस्था को लेकर स्वतः संज्ञान में दर्ज जनहित याचिका पर सोमवार को हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस बी.डी. गुरु की डिवीजन बेंच ने डीन द्वारा पेश किए गए शपथपत्र के जवाब पर संतुष्ट तो हुए लेकिन नया शपथपत्र देने का निर्देश दिया।
दरअसल हाईकोर्ट ने एक अखबार में छपे खबर को स्वतः संज्ञान में लेकर जनहित याचिका के रूप में दर्ज किया था। कोर्ट ने पहले ही कहा था कि, सिम्स में सफाई, 95 लाख फंड के उपयोग और मरीजों को बेहतर सुविधा देने पर स्पष्ट रिपोर्ट पेश की जाए। अब हाईकोर्ट ने कहा है कि, सिम्स की व्यवस्था में सुधार की कोशिश हो रही है, मगर निगरानी जारी रहेगी। अगली सुनवाई 18 सितंबर को होगी।
जूनियर डॉक्टर बाहर से भोजन मंगाते हैं
डीन ने कोर्ट को बताया कि, हॉस्टल में मैस की व्यवस्था है, फिर भी जूनियर डॉक्टर बाहर से भोजन मंगाते हैं। पहले डिलीवरी ब्वॉय पैकेट जमीन पर छोड़ जाते थे, जिससे परेशानी होती थी। अब उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि पैकेट गार्ड रूम या विजिटर्स रूम में रखें।
कोर्ट ने कलेक्टर से मांगा था जवाब
पूर्व में हुई सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कलेक्टर अवनीश शरण को शपथ पत्र के साथ जानकारी देने कहा था। इसके साथ ही उन्हें पूछा था कि, सिम्स में अव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए क्या किया जा रहा है। सभी कार्य कब तक पूरा हो जाएगा। वहीं चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने कलेक्टर को व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए किये जा रहे कामों की जानकारी लेने के बाद शपथपत्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।