कार नहर में गिरी: एक बच्चे और दो महिलाओं की मौत
रानी तालाब थाना क्षेत्र के सरैया गांव में शनिवार को हुए सड़क हादसे में कार सवार पांच लोगों में से तीन की मौत हो गई है।
घटनास्थल की तस्वीर
बिश्रामपुर। बिहार के पटना जिले के पालीगंज अनुमंडल के रानी तालाब थाना क्षेत्र के सरैया गांव में शनिवार की प्रातः करीब सवा पांच बजे हुए सड़क हादसे में कार सवार पांच लोगों में से तीन की मौत हो गई है। कार सवार पांचों लोग बिश्रामपुर माइनर्स कॉलोनी निवासी रिटायर्ड कॉलरी कर्मी के परिवार के सदस्य थे। बताया गया कि बिश्रामपुर माइनर्स कॉलोनी निवासी रिटायर्ड कॉलरी कर्मी प्रेमचंद सिंह के पुत्र नंदन सिंह अपनी मारुति ऑल्टो कार क्रमांक सीजी 15 सीयू 5367 में अपनी मां निर्मला देवी, पत्नी नीतू सिंह, पुत्र अस्तित्व सिंह, पुत्री रिद्धि सिंह के साथ शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे अपने मूल निवास वैशाली हाजीपुर महुआ के लिए निकले थे। कार को रिटायर कोल कर्मी के पुत्र नंदन सिंह 38 वर्ष ड्राइव कर रहे थे।
बताया गया कि, सुबह तड़के अचानक उन्हें झपकी आ गई, जिससे कार अनियंत्रित हुई और कार सहित सभी नहर में जा गिरे। जिन्हें स्थानीय लोगों की मदद से बाहर निकाला गया। हादसे में नंदन सिंह की मां निर्मला देवी 52 वर्ष, नंदन सिंह की पत्नी नीतू सिंह 36 वर्ष, पुत्र अस्तित्व सिंह 10 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। कार चल रहे नंदन सिंह 38 वर्ष व उनकी पुत्री रिद्धि सिंह 12 वर्ष घटना में किसी तरह बच निकले। सूचना पर मौके पर पहुंची रानी तालाब पुलिस ने जेसीबी मशीन के सहारे कार को नहर से बाहर निकाला व शव के पंचनामा के बाद तीनों शव का पटना में पीएम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। सूचना पर नंदन सिंह के परिवार के दूसरे सदस्य भी घटना स्थल पहुंच गए है, जो तीनों के शवों को लेकर बिश्रामपुर जिला सूरजपुर आ रहे हैं। रविवार को शव पहुंचने के बाद मृतकों का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सालगिरह कार्यक्रम में होना था शामिल
नंदन सिंह के साले की 50 वीं सालगिरह पर नंदन के ससुराल में भव्य आयोजन किया गया था। इसमें शामिल होने नंदन सिंह सपरिवार अपने सुसराल के लिए निकले थे। इसी दिन सुबह तड़के ये गमगीन हादसा हो गया। बताया गया कि घटना के ठीक पहले प्रेमचंद सिंह अपने पुत्र नंदन से मोबाइल में बात कर हाल चाल जाना था, तब नंदन ने बातचीत की कि बस अब घर पहुंचने वाले ही हैं। तभी कुछ पल बाद यह हादसा हो गया।
खबर सुनकर हुए बेसुध
प्रेमचंद सिंह को जैसे ही हादसे की खबर लगी तो वे अपना दिमागी संतुलन व सुध खो बैठे हैं। हादसे में इकलौता पोता, पत्नी, बहू की मौत की खबर ने उन्हें बेसुध कर दिया है। हादसे की खबर के बाद आज शनिवार को बड़ी संख्या में लोग उनके घर पहुंचकर प्रेमचंद सिंह को सांत्वना दे रहे हैं। प्रेमचंद सिंह का पोता अस्तित्व डीएवी विद्यालय में पांचवीं कक्षा का छात्र था। हंसमुख व मिलनसार परिवार प्रेमचंद सिंह के घर हुए हादसे से नगरवासी स्तब्ध हैं