बीमारियों से जूझते गांव: 24 गांवों के हजारों लोगों के जीवन में जहर घोल रहा सोमनी का श्रद्धा एग्रो इंडस्ट्री

राजनांदगांव जिले के सोमनी गांव में स्थित श्रद्धा एग्रो इंडस्ट्री से आसपास के 24 गांवों के लोग परेशान हैं। पानी जहरीला हो गया है, जमीन अनपजाऊ होती जा रही है।

Updated On 2025-06-19 19:46:00 IST

श्रद्धा एग्रो इंडस्ट्री 

अक्षय साहू- राजनांदगांव। जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम ईरा के ग्रामीण सोमनी स्थित एक राइस मिल से निकलने वाले गन्दे पानी के कारण कई तरह की बीमारियों से जूझ रहे हैं। श्रद्धा एग्रो इंडस्ट्री से निकलने वाले अनट्रीट पानी की वजह से हालात ये हो गए हैं कि, किसानों की कई एकड़ जमीन बंजर होने की कगार पर है। वहीं गांव में कई लोगों को इससे बीमारियां फैल हो रही हैं। ग्रामीणों का कहना है इस राइस मिल के कारण पानी के साथ हवा में भी जहर घुल रहा है। इस रास्ते से बिना चश्मे और स्कार्फ़ के लोग गुजर नहीं सकते। राइस मिल से निकलने वाले डस्ट के कारण भी लोगों को रोजाना समस्या से दो चार होना पड़ रहा है। इसे लेकर कई बार शिकायत की गई लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस एक्शन नहीं लिया।

इस राइस मिल से निकलने वाले अनट्रीट पानी को एक तालाबनुमा गड्ढे में स्टोर किया जाता है। जहां से ओवरफ्लो होकर पानी ग्राम झोला में धीरी प्रोजेक्ट के तहत बनाये गए जल संयंत्र में जाता है, जहां से यह पानी 24 गांवों में पहुंचता है। ऐसे में 24 गांवों के लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। यहां के बच्चों में गन्दा पानी पीने की वजह से तरह तरह की बीमारियां हो रही है। इसकी हकीकत जानने के लिए हरिभूमि डाट काम की टीम इस इलाके में पहुंची। 

सांकरा गांव में हालात डराने वाले
यहां सबसे पहले सोमनी से सांकरा गांव के स्कूल पहुंची तो हालात डराने वाले थे। यहां श्रद्धा एग्रो इंडस्ट्री के पीछे खेतों के बीच में ही एक तालाब में केमिकल युक्त गंदा पानी था। ग्रामीणों ने बताया कि, यहां से इतनी गन्दी बदबू निकलती है कि, यहां पर बैठ पाना भी काफी मुश्किल है। इसके अलावा राइस मिल से निकलने वाला गन्दा पानी बिना ट्रीटमेंट के ही ऐसे ही छोड़ दिया जाता है। गांव समेत आस-पास के इलाकों के कई गांवों के ग्रामीण इस पानी से प्रभावित हो रहे हैं। यही नहीं खेतों में पहुंच रहा ये दूषित पानी राइस मिल और रबर फैक्ट्रियों से तो खुलेआम हर रोज छोड़ा जा रहा है। हालात तो ये है कि, लगातार चर्चाओं, शिकायतों के बाद भी इस दूषित पानी की आवक लगातार जारी है।

केमिकलयुक्त पानी की बदबू से बढ़ी बीमारियां
ग्रामीणों ने बताया कि, पिछले 20-25 दिन से तो दूषित पानी की दुर्गंध ने पूरे गांव की नींद उड़ा रखी है। स्कूली बच्चों के साथ-साथ कई ग्रामवासी भी इस केमिकलयुक्त पानी की बदबू से शरीर पर खुजली, घुटन घुटने जैसी कई अन्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इनमें जमकर दूषित पानी निकल रहा है। ग्राम इरा के सरपंच किशोर साहू ने बताया कि श्रध्दा एग्रो इंडस्ट्री से पानी बिना ट्रीटमेंट के नदी में छोड़ा जा रहा है, वर्तमान में स्थिति ये है कि खेत के बीच में एक तालाब बनाकर उसमें पानी छोड़ा जा रहा है, अगर बारिश होगी तो यह पानी फिर से नदी में जाएगा। पहले भी इस मामले में पर्यावरण विभाग में शिकायत किया गया था, लेकिन जांच में क्या हुआ उसका कुछ पता नहीं चला। हालात फिर बद से बदतर होते चला गये। 

कलेक्टर बोले- गड़बड़ी मिली तो कार्रवाई की जाएगी
फैक्ट्री के पास में तालाब बनाकर पानी उसमें छोड़ा जा रहा है जिसकी बदबू से ग्रामीण परेशान हैं। इस मामले में सुशासन तिहार के तहत भी शिकायत की गई है, लेकिन अब तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामले में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भूरे ने कहा कि, आपके माध्यम से यह जानकारी मिली है इस मामले में तथ्यों का परीक्षण किया जाएगा और ऐसा कोई भी मामला होगा तो उसमें कार्रवाई की जाएगी।

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