सीपीआर प्रदर्शनी का आयोजन: चिकित्सा महाविद्यालय के छात्रों ने डेमो देकर लोगों को किया जागरूकता
दिग्विजय महाविद्यालय में श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल संयुक्त तत्वावधान में सीपीआर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
सीपीआर के बारे में बताते हुए डॉक्टर
राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में महाविद्यालय के रेड क्रॉस सोसाइटी तथा भारतरत्न लेट श्री अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल संयुक्त तत्वावधान में 'Lifestyle skills and basic life suport' पर सीपीआर प्रदर्शन का आयोजन किया गया। तत्पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुचित्रा गुप्ता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए इस तरह के कार्यक्रम जिसमे बुनियादी जीवन समर्थन के बारे में जानकारी दी जाए का आयोजन किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने सीपीआर को 'Needed skill of the hour' कहा। जिससे किसी भी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है।
स्वागत भाषण की कड़ी में महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अतुल रायजादा, डॉ प्रकाश खूंटे के द्वारा की जा रही चिकित्सीय सेवा को याद करते हुए कहा कि उनके योगदान को राजनांदगाव की जनता कभी नहीं भूलेगी, कोरोना काल में उनके द्वारा की गई सेवा को उन्होंने याद किया। डॉ. प्रकाश खूंटे ने अपने व्याख्यान में बुनियादी जीवन समर्थन की विस्तृत जानकारी देते हुए सीपीआर का प्रदर्शन करके दिखाया। डॉ. खूंटे के निर्देशन में डॉ. लकी नेताम, जूनियर रेसिडेंट तथा डॉ. सौम्या चेलक, एमबीबीएस, इटर्न ने मैनक्विन पर सीपीआर का प्रदर्शन किया। जिसमें बताया गया कि, अपने सीधे हाँथ की हथेली से मरीज की छाती पर बीचोंबीच 30 बार दबाव डाला जाता है फिर दो बार मुंह से मुंह से सांस दी जाती है।
नाटकीय ढंग से सीपीआर का दिया गया डेमो
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय से आई टीम ने बड़े ही नाटकीय ढंग से एक वालंटियर ने मरीज बनकर बेहोशी का नाटक किया, तब डॉक्टर्स की टीम ने समय पर सीपीआर देकर उसकी जान बचा ली। अगले व्याख्यान में डॉ. अतुल एम. देशकर ने दिनचर्या का प्रभाव स्वास्थ्य पर किस प्रकार होता है की चर्चा की जिसमे उन्होंने बताया की गहरी नींद तनाव मुक्त रहने के लिए कितनी आवश्यक है। डॉ. देशकर ने अपने व्याख्यान में आगे बताया की किस प्रकार संतुलित आहार लेने से व्यक्ति स्वस्थ रहता है साथ ही प्रकृति के छः डॉक्टर्स जैसे हफ़्ते में एक दिन तीन घंटे की धूप, आराम, व्यायाम, आहार, शुद्ध जल तथा वायु सारी बीमारियों का इलाज हैं।
मुख्य अतिथियों का किया गया स्वागत
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अतुल एम. देशकर, (एम.बी.बी.एस.) एम.डी. संयुक्त निदेशक तथा चिकित्सा अधीक्षक, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, पैड्री, राजनांदगांव तथा डॉ. प्रकाश खूंटे, (एम.बी.बी.एस.) एम.डी, सहायक प्राध्यापक, डिपार्टमेंट ऑफ मेडिसिन, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, पेडी, राजनांदगांव रहे। कार्यक्रम का आरंभ सभी अतिथियों के स्वागत से हुआ।
इन्होंने संयोजन समिति को किया धन्यवाद ज्ञापित
कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों सम्मान, अभिनंद एवं सराहना के प्रतीक के रूप में स्मृति चिह्न महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सुचित्रा गुप्ता, जनभागीदारी अध्यक्ष अतुल रायजादा एवं जनभागीदारी समिति के सदस्यों आर एस नायक, राजकुमार बाफना, आभा श्रीवास्तव, आशीष डोंगरे, चिंटू सोनकर, सुमित आजमानी, आदित्य पराते, अमितेश झा, ईशान शर्मा द्वारा महाविद्यालय परिवार की ओर से प्रदान किए गए। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन करते हुए करुणा रावटे, सहायक प्राध्यापक, प्राणिशास्त्र तथा एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी ने सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों साथ ही संयोजन समिति को धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का सफल संचालन महाविद्यालय के रेड क्रॉस सोसायटी की संयोजिका वंदना मिश्रा ने किया।
चिकित्सा महाविद्यालय से आई टीम ने भी कार्यक्रम को बनाया सफल
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्याल के रजिस्ट्रार दीपक कुमार परगनिहा ने आयोजन से पहले की तैयारियों से लेकर धन्यवाद ज्ञापन तक अपना सहयोग एवं मार्गदर्शन प्रदान किया। चिकित्सा महाविद्यालय से आई टीम ने भी कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहभागिता निभाई। रसायनशास्त्र विभाग से लीकेश्वर सिन्हा, प्राणीशास्त्र विभाग से शत्रुग्न लाल देवांगन आदि ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।