मौसम के साथ बढ़ते-घटते रहे मतदाता : चुनावी शोरगुल रहा नदारद, लेकिन वोटिंग के दिन दिखी रौनक

अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के जौंदा आदर्श मतदान केन्द्र में पहले मतदाता का स्वागत गुलाब के फूलों से किया गया। ऐसे ही कई रोचक नजारे क्षेत्र के गांवों और नवपारा शहर में दिखा।

By :  Ck Shukla
Updated On 2024-05-08 19:06:00 IST
मतदाता

श्यामकिशोर शर्मा-  नवापारा-राजिम। रायपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक शांतिपूर्ण मतदान हुआ। कहीं भी कोई अप्रिय वारदात की शिकायत सुनने को नहीं मिली। शुरुआती दौर में सुबह-सुबह 11 बजे के पहले मतदान केन्द्रों में बहुत भीड़ नजर आई। दोपहर से लेकर शाम 4 बजे तक अधिकांश मतदान केन्द्रों में सन्नाटा पसरा रहा। 

मालूम हो कि, मई जैसे तेज ताप रहने वाले माह में मंगलवार को वोटिंग के पहले आकाश पर बादल छा गए। मौसम सुहाना हो गया और बारिश के फुहारें शुरू हो गईं। इसे देखकर ऐसा लगने लगा कि, कहीं दिन भर बारिश न हो जाए। परंतु आधे घंटे के भीतर मौसम ने फिर करवट बदला, फुहारें थम गईं, मगर आसमान पर बादल छाया रहा। इससे वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पहुंचने वाले लोगो को बड़ी राहत मिली। हालांकि दोपहर के होते-होते सूर्य देव की तपिश फिर शुरू हो गई और तेज गर्मी पड़ने लगी। शाम 4 बजे के बाद एक बार फिर मौसम सुहाना हुआ। कुल मिलाकर मौसम के उतार-चढ़ाव ने मतदाताओं के इरादों पर कोई प्रभाव नहीं डाल सका। लोग बेखटके अपने स्वयं के संसाधन से वोट डालने के लिए पहुंचते रहे। कई मतदान केंद्र ऐसे भी रहा जहां लोग पैदल ही चलकर वोट डालकर वापस लौटते रहे। शाम 5 बजे तक के रिपोर्ट की जानकारी देते हुए तहसीलदार सूरज बंछोर ने हरिभूमि को बताया कि 67 फीसदी मतदान अभनपुर विधानसभा क्षेत्र में हुआ। 

विधानसभा चुनाव जैसी रौनक नहीं दिखी

अधिकांश मतदान केन्द्र ऐसे रहे जहां सुबह से लेकर शाम तक वोट डालने के लिए मतदाताओं के आने-जाने का सिलसिला चलता रहा। यही हाल नवापारा शहर का भी था। खास बात इस चुनाव में यह दिखी कि चुनाव प्रचार से लेकर मतदान के होते तक किसी प्रकार से कहीं भी कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं आई। यहां यह भी उल्लेख करना जरूरी है कि जिस तरह से अभी 5 महीना पहले पिछले विधानसभा चुनाव में गांव-गांव में गजब का उत्साह और शानदार माहौल देखने को मिला था, वैसा कुछ भी इस लोकसभा के चुनाव में नहीं दिखा। यहां तक कि मतदान केन्द्रों से एक निर्धारित दूरी पर दोनों पार्टियों के पंडाल जरूर नजर आए मगर पंडाल में मतदाताओं को इस बार न तो भजिया खाने को मिला और न ही चाय। कहीं-कहीं अपवाद स्वरूप कुछ नाश्ता पानी पोहा वगैरह खिलाते जरूर देखा गया। इस बार भी नए मतदाताओं को उत्साहित देखा गया है।

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