मोबाइल मोह ने ली नाबालिग की जान : पिता ने डांटा तो जंगल में जाकर पेड़ पर फंदा बनाकर झूल गया

बतौली में नाबालिग को परिजनों ने मोबाइल चलाने से रोका, जिस वजह से नाबालिग ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक दिनभर मोबाइल चलाता रहता था।

By :  Ck Shukla
Updated On 2025-04-09 14:50:00 IST
नाबालिग ने जंगल में पेड़ के टहनी के सहारे रस्सी बांधकर फांसी लगाली

आशीष कुमार गुप्ता- बतौली/ सेदम। छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के बतौली में नाबालिग स्कूली छात्र को मोबाइल न चलाने के विषय में फटकार लगाना परिजनों को महंगा पड़ा। मोबाइल न चला पाने के डर से गुस्से में आकर नाबालिग छात्र ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। बताया जा रहा है कि, नाबालिग ने जंगल में पेड़ की टहनी के सहारे रस्सी बांधकर फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

मिली जानकारी के अनुसार यह घटना सीतापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम महेशपुर की है। छात्र कक्षा 9 वीं में पढ़ता था, जो कसाईडीह का निवासी था। नाबालिग छात्र विक्रम सिंह को पिता संग्राम सिंह पढ़ाई करने के लिए बोले जो अक्सर मोबाइल के पीछे दिनभर लगा रहता था। लेकिन नासमझ नाबालिग छात्र ने आवेश में आकर महेशपुर के जंगल में पेड़ की टहनी के सहारे रस्सी लटकाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। बता दें कि घटना लगभग दिन के 2.30 बजे की है। 

परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़

घटना की खबर मिलते ही परिजन के उपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पुलिस घटना स्थल में अब तक नहीं पहुंची है। आजकल बच्चे दिनभर मोबाइल चलाते रहते है, जो कि काफी चिंताजनक स्थिति है। बेहतर यही है कि, बच्चों को शुरुआत से ही इसकी आदत न लगने दे। जरूरत को कभी भी आदत न बनने देने में ही भलाई है।

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