हड़ताल के साइड इफेक्ट : पेट्रोल के लिए मची मारा-मारी, सीएम ने आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई जारी रखने अफसरों की ली बैठक

हिट एन्ड रन कानून के खिलाफ वाहन चालकों की हड़ताल का सेबसे पहला असर पेट्रोल पंपों पर दिखा है। पेट्रोल के लिए मारामारी होने लगी है।

Updated On 2024-01-02 16:26:00 IST
पेट्रोल पंप में हुई मारपीट

रायपुर-बिलासपुर। वाहन चालकों की हड़ताल के साथ ही पेट्रोल-डीजल की किल्लत के चलते मारपीट की नौबत आने लगी है। बिलासपुर के एक पेट्रोल पंप में कर्मचारियों ने पेट्रोल भराने आए एक युवक की जमकर पिटाई कर दी। मारपीट की यह घटना सिरगिट्टी थाना क्षेत्र की है।  

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उधर ट्रक चालकों की हड़ताल को प्रदेश सरकार ने गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है। हड़ताल से उपजी परिस्थितियों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के संभागायुक्त, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली है। बैठक में सीएम ने आवश्यक वस्तुओं की सुचारू आपूर्ति के निर्देश दिए हैं। 

सीएम विष्णुदेव साय ने ली बैठक

हड़ताल का दूसरा दिन आज 
बता दें कि, नई परिवहन नीति लागू होने के बाद से ही वाहन चालक आक्रोशित हैं। इस कानून के विरोध में 1 जनवरी से ही चालकों ने देश के अलग-अलग जगहों पर चक्काजाम कर दिया है। ड्राइवरों के हड़ताल का आज दूसरा दिन है और दूसरे ही दिन इसका असर देखने को मिल  रहा है। 

जायका बजट के बाहर 
हड़ताल के कारण सब्जियों की आवक कम हो गई है। इससे थोक और चिल्लर दोनो ही रेट पर असर देखने को मिल रहा है। इस वजह से कुछ चिल्हर व्यापारी इसका फायदा उठाकर मनमानी ढंग से सब्जियां बेच रहे हैं। जहां हरी मिर्च 40 रुपये किलो में बिक रही थी अब उसकी कीमत 100 रुपये किलो  हो गई है। धनिया और मटर की कीमत 30 से 80 रुपये किलो हो चुकी है। गोभी 70, पत्ता गोभी 40, सेमी 80, करेला 100, भाटा 70, अदरक 140, लहसुन 240 रुपये किलो में बिक रहा है। 

कानून सरासर गलत- वाहन चालक 
वहीं छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, हरियाणा समेत कई राज्यों में सड़कें जाम हैं। वाहन चालकों का कहना है कि, यह कानून सरासर गलत है। यदि दुर्घटना के बाद ट्रक चालक वहां रूकते हैं तो गुस्साई भीड़ उन पर हमला करती है। ऐसे में अपनी जान बचाने के लिए घटनास्थल से भागना मजबूरी है।

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