रेणुका ने पूरा किया एक और वादा : सुदूर गांवों में मोबाइल टावार लगने की प्रक्रिया हुई शुरू

विधायक रेणुका सिंह की पहल पर इन इलाकों में टावर लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

Updated On 2024-05-29 13:26:00 IST
मोबाइल टावर

रविकांत सिंह राजपूत-मनेन्द्रगढ़। नेटवर्क विहीन गांवों को डिजिटल इंडिया से जोड़ने की शुरुआत भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के आधा दर्ज गांवों से हुई है। विधानसभा चुनाव के दौरान क्षेत्र की जनता से विधायक रेणुका सिंह ने जो वादा किया था वह अब धीरे-धीरे पूरा हो रहा है। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और भरतपुर सोनहत विधायक रेणुका सिंह की पहल पर क्षेत्र के दूरस्थ इलाकों में दूरसंचार की सुविधा के लिए मोबाइल टावर लगाने स्वीकृति मिल गई है। 

छत्तीसगढ़ सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के मट्टा, नेऊर, दहियाडांड़, दर्रीटोला, गधौरा और आमादमक में मोबाइल टावर स्थापना के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में संचार सुविधा न होने के कारण स्थानीय नागरिकों को कई शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित होना पड़ रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में मोबाइल नेटवर्क एक बड़ा चुनावी मुद्दा बना था तब ग्रामीणों ने क्षेत्र में मोबाइल नेटवर्क के लिए मोबाइल टावर लगाने की मांग की थी। 

विधायक रेणुका सिंह

विधायक रेणुका सिंह की पहल पर टावर लगाने की प्रक्रिया शुरू 

अब विधायक रेणुका सिंह की पहल पर भारत संचार निगम लिमिटेड ने मोबाइल टावरों के स्थापना के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। मोबाइल टावर स्थापना के लिए कलेक्टर मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर ने विकासखंड भरतपुर के मट्टा, नेउर, गधौरा और विकासखंड मनेन्द्रगढ़ के दहियाडांड़, दर्रीटोला, आमादमक में भूमि आबंटित कर दी है। दूरस्थ वनांचल क्षेत्र में मोबाइल टावर के स्थापना से नेटवर्क की समस्या से निजात मिल सकेगा। इसके साथ ही सरकारी दफ्तरों में ऑनलाइन एंट्री जैसे महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित होते थे उसमें भी अब आसानी होगी। 

जल्द ही रामगढ़ क्षेत्रों में भी लगेंगे टॉवर

पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री और भरतपुर सोनहत विधायक रेणुका सिंह ने बताया कि, सोनहत विकासखण्ड के रामगढ़ इलाके के एक दर्जन से ज्यादा गांव अब भी मोबाइल नेटवर्क विहीन हैं। इन गांवों में भी जल्द ही मोबाइल टॉवर लगाया जाएगा। रेणुका सिंह ने बताया कि, बीते दिनों उन्होंने रामगढ़ इलाके के कई गांवों में जनसंपर्क करने की कोशिश की थी, जिसमें सबसे बड़ी समस्या मोबाइल नेटवर्क का न होना साबित हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि, नेटवर्क न होने के कारण उन्हें राशन से लेकर कई सरकारी दस्तावेजों के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। रेणुका सिंह ने बताया कि, ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए मैंने सरकार के सूचना प्रद्योगिकी मंत्रालय से पत्राचार कर जल्द ही क्षेत्र में मोबाइल टॉवर लगाने का प्रस्ताव रखा। 

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