प्रत्याशी का विरोध : बिलासपुर में कांग्रेस कार्यालय के बाहर नेता आमरण अनशन पर बैठे, क्या है मांग...जानिए

लोकसभा चुनाव के ठीक पहले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को झटके पर झटका लग रहे हैं। अब बिलासपुर से देवेंद्र यादव को प्रत्याशी घोषित किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। 

By :  Ck Shukla
Updated On 2024-03-27 15:48:00 IST
कांग्रेस कार्यालय के बाहर नेता देवेंद्र यादव आमरण अनशन पर बैठे

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर लोकसभा से भिलाई विधायक देवेंद्र यादव को कांग्रेस पार्टी का प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस भवन के सामने ही एक कांग्रेस नेता आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। 

उल्लेखनीय है कि, मंगलवार की रात ही कांग्रेस पार्टी ने देवेंद्र यादव को बिलासपुर से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इसके बाद ही नेता विरोध पर उतर आए। आमरण अनशन पर बैठे कांग्रेस नेता का नाम जगदीश प्रसाद कौशिक बताया गया है। श्री कौशिक ने दीवारों पर अपनी मांग को चस्पा कर दिया है। पोस्टर में श्री कौशिक ने लिखा है कि, बिलासपुर लोकसभा सीट से मुझे प्रत्याशी क्यों नही बनाया गया..? मेरी तपस्या में क्या कमी रही है? पार्टी हाईकमान (स्टेट+सेंट्रल) समाधान करे। न्याय दो...न्याय का हक मिलने तक आमरण अनशन पर।

बस्तर में कांग्रेस को बड़ा झटका, जगदलपुर महापौर भाजपा में शामिल

लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए आज छत्तीसगढ़ के बस्तर में नामांकन का आखिरी दिन है। आज ही कांग्रेस और भाजपा दोनो प्रत्याशियों ने शक्ति प्रदर्शन के साथ पर्चा दाखिल किया। लेकिन कांग्रेस के लिए आज का दिन बहुत बड़ा झटका देने वाला रहा। बस्तर के जिला मुख्यालय जगदलपुर शहर की महापौर सकीरा साहू के साथ ही 6 पार्षदों ने भी कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मौजूदगी में महापौर, पार्षदों के साथ ही लगभग 2500 कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए। 

निगम में अब भाजपा का बहुमत 

उल्लेखनीय है कि, बस्तर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी महेश कश्यप ने आज शक्ति प्रदर्शन के साथ अपना नामांकन दाखिल किया। नामांकन रैली से पहले शहर के मिशन ग्राउंड में आयोजित चुनावी सभा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मौजूदगी में लगभग 2500 कार्यकर्ताओं के साथ महापौर सफीरा साहू और छह पार्षद भाजपा में शामिल हुए। इसके साथ ही 48 पार्षदों वाले निगम में भाजपा बहुमत में आ गई है। कल तक निगम में कांग्रेस के 29 और भाजपा के 19 पार्षद थे।

कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी का असर

जगदलपुर के इतिहास में घटित यह ऐतिहासिक घटना ऐसे समय में हुए है, जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भी आज शहर में चुनावी सभा भी है। जानकार बताते हैं कि कांग्रेस के भीतर गुटबाजी की वजह से बड़ी संख्या में पाला बदल हो रहा है। जगदलपुर से पहले मुख्यमंत्री साय की लोहंडीगुड़ा सभा और बस्तर विधानसभा की सभा में भी बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए थे।

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