मरवाही क्षेत्र में बाघिन की एंट्री : 10 दिन पहले जंगल में छोड़ा गया था, गांवों में की जा रही मुनादी

पेंड्रा- मरवाही वनमण्डल में एक बार फिर बाघिन T 200 की वापसी हुई है। मरवाही से चिरमिरी जाने के बाद 10 दिन पहले वन विभाग द्वारा चिरमिरी से रेस्क्यू कर इसे अचानकमार के जंगल छोड़ा गया था।

Updated On 2024-12-28 14:14:00 IST
जंगल में घूमती हुई बाघिन

आकाश पवार- पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के पेंड्रा- मरवाही वनमण्डल में एक बार फिर बाघिन T 200 की वापसी हुई है। मरवाही से चिरमिरी जाने के बाद 10 दिन पहले वन विभाग द्वारा चिरमिरी से रेस्क्यू कर इसे  अचानकमार  के जंगल छोड़ा गया था। बाघिन इसके बाद फिर पेंड्रा क्षेत्र आई और यहां से कोरबा जिले के पसान क्षेत्र चली गई थी। अब वापस कटघोरा के जंगल से मरवाही वनमण्डल के कोड़गार, बम्हनी, पंडरीपानी, घाटबहरा के जंगल पहुंच गई है। 

वन विभाग ने की पुष्टि, बढ़ाई गई सतर्कता

वन विभाग के डीएफओ रौनक गोयल ने बाघिन की उपस्थिति की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि, बाघिन की गतिविधियों पर नजर रखने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष टीमें गठित की जाएगी। इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और बाघिन के ठिकाने और उसकी गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। गांवों में मुनादी कर ग्रामीणों को अलर्ट किया जा रहा है। 

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वन विभाग ने लोगों से सतर्क रहने की अपील

मरवाही के जंगलों में पहले से ही भालू और हाथी जैसे वन्यजीव पाए जाते हैं। बाघिन की मौजूदगी ने इलाके की वन्यजीव विविधता को और समृद्ध किया है। वन विभाग ने निवासियों से सतर्क रहने की अपील की है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। 
 

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