भाजपाइयों ने ही कर दी भीतरघात :  पंच से लेकर जनपद और जिला पंचायत सदस्य जीते, पर सरपंच पद की उम्मीदवार हार गई 

कुरुद में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में आश्चर्यजनक नतीजे आए हैं। यहां पर भाजपा के सभी प्रत्याशी चुनाव जीत गए लेकिन पार्टी के सरपंच पद की प्रत्याशी को भीतरघात का चुनाव हरा दिया। 

Updated On 2025-02-22 15:27:00 IST
भाजपाइयों ने अपने ही प्रत्याशी के साथ कर दी भीतरघात

यशवंत गंजीर- कुरुद। छत्तीसगढ़ पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में कुरुद ब्लॉक के जोरातराई पंचायत में आश्चर्यजनक परिणाम आया है। यहां पर भाजपाअधिकृत प्रत्याशियों ने पंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य के पद पर जीत का परचम लहराया है। वहीं  सरपंच पद के प्रत्याशी को भीतरघात कर हरा दिया गया है। 

गांव जोरातराई(सी) में यहां की वर्तमान सरपंच सविता गंजीर चौथी बार भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी बनकर फिर से चुनाव मैदान में उतरी थी। तीन बार सरपंच रह चुकी गंजीर को उन्हीं के पार्टी के मतदाताओं ने चौथी बार सरपंच के रूप में कुर्सी में बैठे देखना स्वीकार नहीं किया। इस बार उन्हें 100 से अधिक वोटों से हरा दिया। जबकि यहां भाजपा अधिकृत 7 पंच चुनाव जीतकर आये हैं। 

भाजपा के ही दो लोगों ने मांगा था टिकट 

इतना ही नही जनपद पद के भाजपा अधिकृत प्रत्याशी को 80 प्रतिशत और जिला सदस्य के प्रत्याशी को 64 प्रतिशत मत प्राप्त हुए है। यहां कांग्रेस अधिकृत मात्र 3 पंच के साथ सरपंच प्रत्याशी चुनाव जीते हैं। बता दे कि, यहां सरपंच पद की टिकट वितरण के समय भाजपा से ही दो लोग चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर टिकट मांगे थे। 

इसे भी पढ़ें...चित्रकोट महोत्सव : 24 फरवरी को होगा आगाज

पार्टी के लोगों पर लगा भीतरघात का आरोप 

एक भाजपा कार्यकर्ता ने टिकट वितरण में बहुमत नहीं मिलने पर अपने कुछ समर्थकों के साथ निर्दलीय चुनाव लड़ने की बात कह दी थी। बाद में पार्टी के वरिष्ठों ने उसे समझा बुझाकर शांत कर दिया था। लेकिन एन चुनाव के दो दिन पहले वही लोग फिर बगावती तेवर अपनाकर भाजपा अधिकृत प्रत्याशी को भीतरघात कर हरा दिया। जबकि पंच से लेकर जिला पंचायत सदस्य भाजपा से प्रचंड बहुमत से विजयी हुए है।

पहली बार अपनो ने हराया- पूर्व बूथ अध्यक्ष 

चुनाव परिणाम की समीक्षा करते हुए भाजपा के पूर्व बूथ अध्यक्ष खिलेश्वर साहू ने बताया कि, जोरातराई शुरू से ही भाजपा का गढ़ रहा है। यहां कांग्रेस कभी चुनाव नहीं जीती है। पहली बार अपनो कर कारण हम सरपंच का चुनाव हार गए है। यहां के कुल 793 मतदाताओं में से 641 ने हमारे जनपद और 505 ने जिला सदस्य के लिए वोट किये हैं। वहीं सरपंच प्रत्याशी को मात्र 328 वोट ही मिले। जबकि 10 में से 7 पंच भाजपा से ही है। चुनाव परिणाम साफ-साफ बता रहा है कि यहां हम कांग्रेस से नही हारे है, हमे तो अपनो ने ही हराया है।

Similar News