33 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण : पुनर्वास नीति से होकर छोड़ा हथियार, सीएम साय ने जताई ख़ुशी 

छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्य धारा में लौट रहे हैं। बीजापुर जिले में 33 नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने पर सीएम विष्णुदेव साय ने खुशी जताई है।

By :  Ck Shukla
Updated On 2024-05-26 10:49:00 IST
सीएम विष्णुदेव साय

रायपुर। नक्सली छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्य धारा में लौट रहे हैं। बीजापुर जिले में 33 नक्सलियों के आत्मसमर्पण करने पर सीएम विष्णुदेव साय ने खुशी जताई है। उन्होंने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनरुत्थान के लिए कार्य करने की बात कही है। 

सीएम श्री साय ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर उन्होंने लिखा कि, माओवादियों की विचारधारा से क्षुब्ध होकर और छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बीजापुर जिले के 33 माओवादियों का पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया जाना अत्यंत ही सुखद है। इनमें से 3 माओवादी 5-5 लाख के ईनामी हैं। बंदूक छोड़कर समाज की मुख्य धारा में लौटे इन माओवादियों का स्वागत है। हमारी सरकार इनके पुनरुत्थान के लिए तत्पर है। इस महत्वपूर्ण कामयाबी के लिए पुलिस और सुरक्षाबलों को बहुत-बहुत बधाई। <blockquote class="twitter-tweett;p lang="hi" dir="ltr">माओवादियों की विचारधारा से क्षुब्ध होकर और छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बीजापुर जिले के 33 माओवादियों का पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया जाना अत्यंत ही सुखद है। इनमें से 3 माओवादी 5-5 लाख के ईनामी हैं।<br><br>बंदूक छोड़कर समाज की मुख्य धारा में लौटे…</p>&mdash; Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) <a href="https://twitter.com/vishnudsai/status/1794356536615248280?ref_src=twsrc^tfw">May 25, 2024</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" data-charset="utf-8"></script>

109 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण 

आपको बता  दें कि, आदिवासी क्षेत्रों में विकास के लिए विष्णु सरकार ने "नियद नेल्लानार योजना" मतलब "आपका अच्छा गांव" योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत गांव में सारी मूलभूत सुविधाएं सरकार उपलब्ध करा रही है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा कैंप खोले जा रहे हैं, जो ग्रामीणों के लिए सहायता कैंप की तरह काम कर रहे हैं। इसके साथ ही सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से भी नक्सली प्रभावित होकर बंदूक छोड़ रहे हैं। वर्ष 2024 में अब तक 189 नक्सली गिरफ्तार हुए हैं। वहीं 109 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं। 
 

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