जीपीएस ट्रैकर से मिल रही सटीक जानकारी: टाइगर रिजर्व से छोड़े गए गिद्ध 100 किलोमीटर के दायरे में ही घूम रहे

इंद्रावती टाइगर रिजर्व, बीजापुर में जीपीएस ट्रैकर से गिद्धों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है, ताकि उनके संरक्षण और जैव विविधता को बनाए रखा जा सके।

Updated On 2025-05-22 19:36:00 IST

बीजापुर में जीपीएस ट्रैकर से गिद्धों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है


महेंद्र विश्वकर्मा-जगदलपुर। इंद्रावती टाइगर रिजर्व (ITR), बीजापुर में वन विभाग और बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (BNHS) के विशेषज्ञों ने 17 दिन पहले दो गिद्धों के उपर जीपीएस ट्रैकर लगाया था। इस ट्रैकर के जरिए इन गिद्धों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इन गिद्धों का चिकित्सीय परीक्षण भी किया गया और उन्हें खुले में छोड़ दिया गया। अब तक, ये गिद्ध लगभग 100 किलोमीटर के दायरे में विचरण कर रहे हैं और वर्तमान में महाराष्ट्र के आसपास देखे जा रहे हैं।

जीपीएस ट्रैकर के माध्यम से इन गिद्धों की दिनचर्या, हरकतें, सुरक्षा और लोकेशन की लगातार निगरानी की जा रही है। इस निगरानी से न सिर्फ गिद्धों की गतिविधियों का डाटा तैयार किया जा रहा है, बल्कि उनके भोजन, पानी की स्थिति और रहवास स्थल की भी जानकारी ली जा रही है।


गिद्धों के संरक्षण में ग्रामीणों का सहयोग
ITR के विशेषज्ञ सूरज नायर ने बताया कि गिद्धों के संरक्षण के लिए रिजर्व के आसपास के गांवों में गिद्ध मित्र बनाए गए हैं। ये गिद्ध मित्र गिद्धों का सर्वेक्षण करने, उनके रहवास स्थानों का अवलोकन करने, और उनकी जनसंख्या का अध्ययन करने का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा, वे स्थानीय ग्रामीणों में गिद्धों के वंशनाश के कारणों और संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता भी फैला रहे हैं।

वन विभाग की निगरानी
बीजापुर के उप निदेशक संदीप बलगा ने कहा कि इंद्रावती टाइगर रिजर्व गिद्धों के लिए आदर्श आवास है, और इसी कारण ट्रैकर लगे गिद्ध बाहर नहीं जा रहे हैं। उन्होंने गिद्धों के संरक्षण को जैव विविधता और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। इसके अलावा, जगदलपुर वृत्त के मुख्य वन संरक्षक आरसी दुग्गा ने इन गिद्धों पर समय-समय पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं, ताकि गिद्धों के संरक्षण में कोई कमी न हो। इस निगरानी से न केवल गिद्धों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि इंद्रावती टाइगर रिजर्व के जैविक संतुलन को बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।

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