रंग ला रही 'नियद नेल्लानार' योजना: नक्सल मुक्त होकर विकास की राह पर अग्रसर मोहला-मानपुर, सुदूर इलाकों में पहुंची बिजली

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी लगभग नक्सल मुक्त हो चुका है। अब सरकार के प्रयासों से जिले के हर अंदरुनी गांवों तक बिजली पहुंच सकी है। इससे ग्रामीण बेहद खुश हैं और जश्न मना रहे हैं।

Updated On 2025-05-18 16:12:00 IST

सुदूर इलाके में पहुंची बिजली 

एनिश्पुरी गोस्वामी-मोहला। छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार को देढ़ साल से ज्यादा का समय हो चुका है। वहीं लगातार चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के चलते मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी लगभग नक्सल मुक्त हो चुका है। सरकार के नियद नेल्लानार योजना ने इसमें बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब जिले के अंदरुनी गांवों तक बिजली पहुंच सकी है और ग्रामीणों का जीवन प्रकाशित होने लगा है।

उल्लेखनीय है कि, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिले के 17 वनग्रामों में पहली बार बिजली पहुंची है। एक बड़ी उपलब्धि है, जिसने इन ग्रामों के निवासियों के जीवन में आशा और उजाले का संचार किया है। मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत 3 करोड़ रुपये की लागत से कातुलझोरा, कट्टापार, बोदरा, बुकमरका, संबलपुर, गट्टेगहन, पुगदा, आमाकोड़ो, पीटेमेटा, टाटेकसा, कुंदलकाल, रायमनहोरा, नैनगुड़ा, मेटातोडके, कोहकाटोला, एडसमेटा और कुंजकन्हार जैसे अत्यंत दुर्गम गांवों में बिजली पहुंचाने का सपना साकार हुआ। इन इलाकों तक पहुंचना बेहद चुनौतीपूर्ण था। दुर्गम पहाड़ियों, सघन वनों और नक्सल खतरे के बीच कार्य को अंजाम देना किसी मिशन से कम नहीं था।

गांव तक बिजली पहुंची तो खुशी से झूम उठे ग्रामीण
जब गांवों में पहली बार ट्रांसफार्मर से बिजली की रोशनी फूटी, तब ग्रामीणों की आंखों में खुशी थी। कुछ गांवों में बच्चों ने नृत्य किया, तो कहीं बूढ़े-बुजुर्गों ने पटाखे फोड़कर अपनी खुशी जाहिर की। यह वह पल था, जिसका उन्होंने दशकों से इंतजार किया था। इन वनग्रामों के 540 परिवार अब तक सौर ऊर्जा और लालटेन पर निर्भर थे। कई गांवों में सौर प्लेट या तो चोरी हो गए थे या खराब हो चुके थे, जिससे लोगों की रातें सिर्फ काली और भयावह थी। अब 275 परिवारों को बिजली कनेक्शन मिल चुका है और बाकी बचे परिवारों के घरों में बिजली कनेक्शन लगाया जा रहा है।

संकल्प और समर्पित तकनीकी टीम ने पूरा किया काम
कार्यपालक निदेशक ने ग्राम टाटेकसा में स्थापित 25 केवीए ट्रांसफार्मर को चार्ज कर चालू किया। इसके लिए 45 किमी लंबी 11 केवी लाइन, 87 निम्नदाब पोल और 17 ट्रांसफार्मर स्थापित किए गए हैं। कार्यपालक निदेशक सेलट ने बताया कि, इन दुर्गम गांवों तक 11 केवी लाइन बिछाने के लिए वन विभाग से एनओसी प्राप्त करने से लेकर उपकरणों की ढुलाई का काम चुनौतीपूर्ण था। मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के संकल्प और समर्पित तकनीकी टीम के प्रयासों से यह कार्य संभव हो पाया।

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