सामाजिक सरोकार: साहू दंपत्ति ने अब तक 157 स्कूलों को भेंट किया स्मार्ट टीवी, 111 नदियों की वर्णमाला भी बनाई

धमतरी जिले में साहू दंपत्ति ने बच्चों के लिए स्कूलों में 157 स्मार्ट टीवी देने वाले और 5 देशों की 111 नदियों के नाम पर वर्णमाला बनाया।

By :  Ck Shukla
Updated On 2025-05-21 11:28:00 IST

साहू दंपत्ति का सम्मान 

यशवंत गंजीर - कुरुद। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में सुदूर आदिवासी अंचलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए स्कूलों में 157 स्मार्ट टीवी देने वाले और 5 देशों की 111 नदियों के नाम पर वर्णमाला बनाने वाले साहू दंपत्ति को बुधवार कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने सम्मानित किया।

कलेक्टर ने दी बधाई एवं शुभकामनाएं
मगरलोड के शासकीय प्राथमिक शाला लुगे में पदस्थ शिक्षिका रंजीता साहू और उनके आयकर निरीक्षक पति तुमन चंद साहू को कलेक्टर ने सभी जिला अधिकारियों के समक्ष समय सीमा की बैठक में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कलेक्टर ने साहू दंपत्ति के इस काम को बच्चों की शिक्षा विशेषकर जनजाति बाहुल्य नगरी क्षेत्र के बच्चों के लिए बहुत उपयोगी बताया। उन्होंने साहू दंपत्ति की भूरि-भूरि प्रशंसा की और इसके लिए बधाई तथा शुभकामनाएं दीं। रंजीता साहू और तुमन चंद साहू ने अब तक 157 स्कूलों में बच्चों को पढ़ने के लिए स्मार्ट टीवी उपलब्ध कराए हैं।

11 हजार विद्यार्थियों को कर चुके हैं वर्णमाला का वितरण
वहीं शिक्षिका रंजीता साहू ने 5 देशों की 111 नदियों के नाम पर बच्चों को पढ़ने के लिए वर्णमाला भी तैयार की है। जिसमें अ से ज्ञ तक अक्षरों से शुरू होने वाले 111 नदियों के नाम लिखे गए हैं। बच्चों को पानी का महत्व बताने में भी यह वर्णमाला बहुत मददगार साबित हो रही है। साहू दम्पत्ति अभी तक लगभग 11 हजार विद्यार्थियों को इस वर्णमाला का वितरण कर चुके हैं। साहू दम्पत्ति बीच-बीच में विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों को कई गतिविधियों से जोड़ते हैं। उनके शारीरिक, मानसिक विकास के लिए कई उपयोगी गतिविधियों को स्कूलों के शिक्षकों को भी बताते हैं।


स्मार्ट टीवी के माध्यम से पढ़ाई का आईडिया
तुमन साहू ने बताया कि, लगभग ढ़ाई साल पहले स्कूलों में स्मार्ट टीवी के माध्यम से पढ़ाई का आईडिया आया। इससे बच्चे देखकर-सुनकर तेजी से सीखते हैं। साथ ही कभी शिक्षकों की अनुपस्थिति पर भी बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं होती है। टीवी में मनोरंजक रूप से पाठ होने के कारण बच्चों की रूचि भी उसमें बनी होती है। तुमन साहू ने बताया कि, वे शुरू में टीवी का पूरा पैसा वे स्वयं वहन करते थे। परन्तु मुफ्त में दी गई वस्तु का दुरूपयोंग होने की आशंका से उन्होंने आगे इसके लिए सामाजिक सहभागिता के तहत 50 प्रतिशत राशि स्वयं और अन्य 50 प्रतिशत ग्राम सरपंच, स्कूल के शिक्षकों आदि से लेकर टीवी देना शुरू किया। तुमन साहू ने बताया कि, आने वाले शिक्षण सत्र में भी दो-तीन स्कूलों को स्मार्ट टीवी देंगे।

बच्चों की पढ़ाई के साथ पर्यावरण पर भी विशेष ध्यान
साहू दंपत्ति पढ़ाई के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और संवर्द्धन के लिए भी विद्यार्थियों को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने चंदन के 3 हजार पौधे स्कूलों को निःशुल्क उपलब्ध कराए हैं। इसके साथ ही लगभग 1100 पपीते के पौधे और और एक हजार काली हल्दी के पौधों का भी वितरण किया है। साहू दंपत्ति ने अभी तक स्मार्ट गणित, इंग्लिश और हिन्दी वर्णमाला के ढाई सौ फ्लैक्स बनवाकर स्कूलों को उपलब्ध कराए हैं।

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