अपराध और अपराधियों पर एसपी की पैनी नजर: अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, छेड़छाड़ के विरोध में की गई थी हत्या, तीन गिरफ्तार
जशपुर जिले में हत्या के मामले में 19 वर्षीय युवक और दो नाबालिगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह मामला नाबालिग लड़की से छेड़-छाड़ से सम्बंधित है।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
खुर्शीद कुरैशी - जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में एसपी शशि मोहन सिंह ने अपराध शून्यता की लक्ष्मण रेखा खींच दी है। हर तरह के अपराधों पर अंकुश के साथ ही अपराधियों की त्वरित धरपकड़ का रिकार्ड इन दिनो जशपुर जिले की पुलिस बना रही है। इसी कड़ी में थाना सन्ना क्षेत्र में बीते दिनों मिले अज्ञात युवक के शव की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जिसमे दो नाबालिग सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई।
इस मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि 6 जून शुक्रवार को थाना सन्ना पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि, एक अज्ञात व्यक्ति का शव गांव के पास पड़ा है, जिसके हाथ-पांव बंधे हुए थे और शरीर पर चोट के निशान थे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण कर शव को कब्जे में लिया। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत होने पर पुलिस ने शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम कराया। डॉक्टर की रिपोर्ट में मृत्यु का कारण शरीर पर लगी गंभीर चोटें बताई गईं, जिसके आधार पर थाना सन्ना में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
दो नाबालिग और एक युवक से हुआ था मृतक का विवाद
अज्ञात मृतक की पहचान के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाने के कारण विधिवत दाह संस्कार किया गया। इसी बीच पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि, घटना वाले दिन ग्राम जीवनधर राम और दो नाबालिग बालकों का मृतक से विवाद हुआ था। पुलिस ने शक के आधार पर जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि, गांव के 19 वर्षीय युवक जीवनधर राम और दो विधि से संघर्षरत बालकों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।
लड़के के साथ हुई थी छेड़छाड़
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि, घटना के दिन शाम करीब 7 बजे वे गांव के पास नदी में मछली पकड़ रहे थे। तभी एक अज्ञात युवक वहां पहुंचा और उनके साथ मौजूद एक नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ करने लगा। लड़की को बचाने के दौरान तीनों ने युवक के साथ हाथापाई करते हुए डंडे व हाथ मुक्कों से मारपीट की तथा उसके हाथ-पांव बांधकर गांव में छोड़ दिया। बाद में गंभीर चोटों के कारण उसकी मृत्यु हो गई।
मामले में इनकी रही अहम भूमिका
पुलिस ने आरोपियों के बयान व साक्ष्यों के आधार पर घटना में प्रयुक्त डंडा व रस्सी को बरामद कर लिया है। पर्याप्त साक्ष्य मिलने पर जीवनधर राम को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है, जबकि दोनों नाबालिगों को बाल संप्रेषण गृह भेजा गया है। इस पूरे प्रकरण में थाना सन्ना प्रभारी उप निरीक्षक बृजेश यादव, प्रधान आरक्षक विजय खूंटे, आरक्षक प्रवीण खलखो, संतोष प्रजापति, अभय चौबे व महिला आरक्षक नीलम पैंकरा की सराहनीय भूमिका रही। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जशपुर शशि मोहन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से हत्या की गुत्थी सुलझा ली गई है और सभी आरोपियों के खिलाफ विधिवत कार्यवाही की जा चुकी है।