नक्सल संवाद: डिप्टी सीएम शर्मा ने बताया माओवादियों का इतिहास, बोले- मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त होगा बस्तर
बस्तर के शांति समिति के द्वारा बीजिंग से बस्तर तक का संवाद का आयोजन किया गया। डिप्टी सीएम विजय शर्मा, मंत्री केदार कश्यप, सांसद महेश कश्यप सहित फ़िल्म निर्माता सुदीप्तो सेन और नक्सल पीड़ित परिवार शामिल हुए।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा
जीवानंद हलधर- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर के शांति समिति के द्वारा आज जगदलपुर टाउनहाल में माओवाद का विकृत चेहरा बीजिंग से बस्तर तक का संवाद का आयोजन किया गया। इस संवाद में डिप्टी सीएम विजय शर्मा, मंत्री केदार कश्यप, सांसद महेश कश्यप सहित फ़िल्म निर्माता सुदीप्तो सेन और नक्सल पीड़ित परिवार शामिल हुए।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि, चीन में किस तरह माओवादी सरकार ने अपनी बंदूक की नोक में राज किया और वहां लोकतंत्र नहीं है। सिर्फ हिंसा ही एक मात्र उद्देश्य है. माओवाद एक राजनीतिक विचारधारा है जो चीन में माओत्से- तुंग के नेतृत्व में विकसित हुई थी। यह विचारधारा मार्क्सवाद-लेनिनवाद के सिद्धांतों पर आधारित है, जिसने धीरे- धीरे बस्तर में अपना पैर पसारा और शांत बस्तर को अशांत कर दी किया।
माओवाद के वीभत्स्य चेहरे को जानना जरुरी
डिप्टी सीएम श्री साव ने कहा कि, माओवाद जो कृत्य बीजिंग में किया। वही कृत्य अब बस्तर में कर रहे हैं। उनके इस वीभत्स्य चेहरे को आज के युवा को जानना जरूरी है कि, माओवाद क्या है? चीन में जैसा निर्दोष छात्रों को सरेआम गोली मार दी। माओवाद ने संगठन बस्तर में हजारों निर्दोष ग्रामीणों को हत्या की। लेकिन अब नक्सलियों के अंत का समय आ गया है और मार्च 2026 तक बस्तर नक्सल मुक्त होकर रहेगा।