पुलिस लाइन में बलवा का ड्रिल: आपात स्थिति से निपटने दिया जा रहा प्रशिक्षण, पुलिस ने छोड़े आँसू गैस के गोले
धमतरी जिले में पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जनरल परेड के दौरान बलवा का ड्रिल किया जा रहा है। इस मौके पुलिसकर्मियों को विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दी गई।
पुलिस लाइन में बलवा का ड्रिल
अंगेश हिरवानी - नगरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस कर्मियों को बलवा ड्रिल अभ्यास कराया जा रहा है। यह बलवा ड्रिल अभ्यास पुलिस लाइन में किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक सूरज सिंह परिहार के निर्देश पर विपरीत परिस्थितियों पर उग्र होकर प्रदर्शन कर रहे है। प्रदर्शनकारीयों रोकने के लिए परेड ग्राउंड में बलवा ड्रिल परेड का अभ्यास किया गया है।
वहीं शुक्रवार को रक्षित केंद्र धमतरी में अभ्यास के दौरान पुलिस और पब्लिक पर पथराव कर रहे दंगाइयों को तितर-बितर कर नियंत्रित करने का अभ्यास किया गया। रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा ने बलवा मॉकड्रिल रिहर्सल परेड में पुलिस जवानों की अलग-अलग टीम बनाई गई है। इसके बाद विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों से पुलिस ने बात की और समझाने की कोशिश की, लेकिन लोगों की भीड़ अचानक उग्र हो गई और पुलिस पर पथराव करने लगे। यह देख पुलिस ने पहले उन्हें चेतावनी दी।
मजिस्ट्रेट के आदेश पर 5 राउंड फायर
मॉक ड्रील के दौरान बलवाई नहीं माने तो टियर गैस के गोले दागे गए, तब भी प्रदर्शनकारी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे। पुलिस ने अनाउंसमेंट कर चेतावनी दी गई।तु प्रदर्शनकारियों को उग्र होता देख कर पुलिस टीम ने लाठी चार्ज भी किया गया। इसके बाद बेकाबू भीड़ को रोकने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद 5 राउंड फायर किया गया। जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए। जिन्हें उपचार के लिए डॉक्टर की टीम ने एम्बुलेंस से तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
बलवा मॉकड्रिल में दोनों ही भूमिकाओं में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी थे। कानून-व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए विपरीत परिस्थितियों में भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए अमले को प्रशिक्षण देने और अपनी क्षमताओं की परख करने के लिए समय-समय पर इस तरह की मॉकड्रिल आयोजित की जाती है। ताकि कानून व्यवस्था ड्यूटी, धरना-प्रदर्शन इत्यादि के दौरान विपरित परिस्थितियों में पुलिसकर्मी अपने आप को सुरक्षित रखते हुए अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन कर भीड़ नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके।
पुलिस अधीक्षक ने बलवा ड्रील का समीक्षा कर उपस्थित अधिकारी कर्मचारियों को बलवा ड्रील से संबंधित प्रश्न का सही जवाब देने वाले 6 अधिकारी और कर्मचारियों को उत्साहवर्धन के लिए सउनि. प्रेमलाल सिन्हा, उत्तम निषाद, आर. रूपेन्द्र साहू,मआर. सुनीता साहू को 100-100 रूपये का नगद ईनाम और सउनि. बिरेन्द्र बैस एवं आर. गणपत साहू को प्रशंसा की गई। पुलिस कर्मियों को विभिन्न पहलुओं पर जानकारी भी दी गई है।
इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकशैलेन्द्र पांडेय, उप पुलिस अधीक्षक भावेश साव, एसडीओपी. कुरूद रागिनी मिश्रा, रक्षित निरीक्षक दीपक शर्मा सहित थाना प्रभारी कोतवाली, रूद्री, भखारा, सिहावा सहित अन्य जिले के पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे थे ।