नामभर का प्रतिबंध: पान दुकान-ठेले और किराना स्टोर्स में कहीं खुलेआम तो कहीं चोरी-छिपे बिक रहा जर्दायुक्त गुटखा
छत्तीसगढ़ में जर्दायुक्त गुटखा पर प्रतिबंध लगाया गया है।
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लक्ष्मण लेखवानी - रायपुर। छत्तीसगढ़ में जर्दायुक्त गुटखा पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद जर्दायुक्त गुटखा बनाने वाली कंपनियां थोक बाजार के माध्यम से चिल्हर बाजार में इसकी सप्लाई कर हर महीने करोड़ों रुपए का कारोबार कर रही है। इधर प्रतिबंध होने के बाद भी जर्दायुक्त गुटखा पान दुकानों एवं ठेलों में कहीं चोरी-छिपे तो कहीं खुलेआम बेचा जा रहा है। हरिभूमि की टीम ने विश्व तंबाकू दिवस पर शनिवार को शहर के अलग-अलग इलाकों में संचालित करीब 20 पान दुकान-ठेलों में जर्दायुक्त गुटखा बिक रहा है या नहीं, इसकी पड़ताल की। इसके लिए कई दुकानों पर ग्राहक बनकर जर्दायुक्त गुटखा भी खरीदा। इस तरह पड़ताल से यह खुलासा हुआ कि जर्दायुक्त गुटखा की बिक्री पर लगे प्रतिबंध का बाजार में कोई असर नहीं है, इस वजह से दुकानदार बेखौफ जर्दायुक्त गुटखा बेच रहे हैं।
प्रतिबंधित इलाकों में भी जर्दायुक्त गुटखा की बिक्री
जर्दायुक्त गुटखा पर वैसे तो पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया है, लेकिन प्रशासन ने जिले के सभी शासकीय कार्यालयों के परिसर में जर्दायुक्त गुटखा के अलावा तंबाकू की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा रखा है। इन कार्यालयों में कलेक्टोरेट परिसर से लेकर, नगर निगम परिसर, रेलवे स्टेशन परिसर, अंबेडकर अस्पताल, स्कूल-कॉलेजों के आसपास जैसे अन्य विभागों के कार्यालय भी शामिल है। प्रतिबंधित क्षेत्र होने के बाद भी इन सभी स्थानों के परिसर या आसपास खुलेआम प्रतिबंधित जर्दायुक्त गुटखा के अलावा तंबाकू की बिक्री हो रही है।
केस- 01
कोटा स्थित भारत माता चौक के पास एक पान दुकान से जर्दायुक्त पानराज गुटखा की मांग की। इस दुकान में बैठे युवक ने झट से दुकान में टंगा पानराज गुटखा निकालकर दे दिया। इस दुकान में सितार, पान पसंद जर्दायुक्त गुटखा भी बिक्री के लिए रखा हुआ था।
केस- 02
मंडी गेट पंडरी चौक के पास स्थित पान दुकान से जर्दायुक्त सितार गुटखा की मांग की। इस दुकान में बैठे व्यक्ति ने भी तत्काल पैसे लेकर गुटखा दे दिया। यहां के दुकानदार ने अपना और दुकान का नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जर्दायुक्त गुटखा पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन यह बंद हुआ नहीं है। कंपनियां गुटखा बना रही हैं, तभी तो बाजार में यह बिक रहा है।
केस-03
आमापारा क्षेत्र के बजरंग नगर चौक के पास स्थित पान ठेले में भी जर्दायुक्त गुटखा आसानी से मिल गया। इस दुकान से सितार नामक गुटखा खरीदा।
केस-04
शहर में ऐसे भी गिने-चुने पान दुकान संचालक है, जो प्रतिबंधित गुटखा नहीं बेचते हैं। इनमें सिद्धार्थ चौक स्थित पान ठेले पर जब जर्दायुक्त गुटखा की मांग की गई तो दुकानदार ने कहा कि वह जर्दायुक्त गुटखा नहीं बेचता है। इसके लिए दुकानदार ने अपने पान ठेले पर एक सूचना बोर्ड भी रखा है, ताकि उसे पढ़कर लोग जर्दायुक्त गुटखा की मांग न करें।