अहातों से भरेगा सरकार का खजाना: शराब दुकानों के पास ही पीने का इंतजाम, अगले साल के लिए भी टेंडर

आबकारी विभाग ने हर दुकान के पास बनाए जाने वाले अहातों की नीलामी के लिए टेंडर निकाल दिया है।

Updated On 2025-06-24 11:07:00 IST

File Photo 

रायपुर l छत्तीसगढ़ में शराब के कारोबार से सरकारी खजाने को राजस्व के रूप हजारों करोड़ की एक बड़ी राशि हर साल मिलती है। यही नहीं, अब शराब दुकानों के पास बनाए जाने वाले अहातों से भी सरकार के खजाने में करोड़ों रुपए आने वाले हैं। दरअसल आबकारी विभाग ने हर दुकान के पास बनाए जाने वाले अहातों की नीलामी के लिए टेंडर निकाल दिया है। अब पीने वाले दुकान से खरीदकर वहीं पीने का मजा ले पाएंगे।

होगी ऑनलाइन नीलामी
आबकारी आयुक्त कार्यालय ने अहातों की नीलामी के लिए सूचना जारी की है। छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित देशी और विदेशी मदिरा की फुटकर दुकानों के अनुज्ञप्त परिसर से लगे अहातों, अहातों के समूह, के लिए लाइसेंस वित्तीय वर्ष 2025-26 एवं 2026-27 के लिए यानी 21 अप्रैल 2025 से 31 मार्च 2027 तक की अवधि के लिए ऑनलाइन पद्धति से निविदा आमंत्रित की गई है।

पहले आओ पहले पाओ
यह टेंडर व्यवस्थापन में शेष रहे अहातों, अहातों के समूह के लिए अनुज्ञप्तियों का लाइसेंस वित्तीय वर्ष 2025-26 की शेष अवधि एवं 2026-27 के लिए दिनांक 8 जुलाई 2025 से 31 मार्च 2027 तक छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम एवं उसके अधीन बनाए गए छत्तीसगढ़ आबकारी देशी विदेशी मदिरा की फुटकर बिक्री के अनुज्ञापनों के व्यवस्थापन नियम के अंतर्गत ऑनलाइन पद्धति से पहले आओ पहले पाओ के आधार पर निष्पादित किए जाएंगे।

सरकार को मिलेंगे करोड़ों रुपए
राज्य सरकार को शराब की बिक्री और लाइसेंस फीस वगैरह से हर साल में 8 हजार करोड़ रुपए तक राजस्व पिछले साल तक मिला है। अब अहातों की नीलामी से भी सरकार के खजाने में करोड़ों रूपए मिलने की संभावना है। जानकारों की मानें तो यह राशि 100 करोड़ रुपए से अधिक हो सकती है। खास बात ये है कि आबकारी विभाग ने राज्य के हर जिले की शराब दुकान और उसके समूह की दुकानों से होने वाली शराब की बिक्री ( अधिभार एवं अतिरिक्त करों को छोड़कर प्राप्त राशि के आधार पर अनरेस्ट मनी की राशि तय की है। इसी आधार पर हर अहाते के लिए बोली का निर्धारण किया है।

ऑनलाइन सिस्टम चालू होगा 30 जून से
आबकारी विभाग के अनुसार, ऑनलाइन पद्धति से निविदा जमा करने के लिए 30 जून की सुबह 10 बजे से सिस्टम चालू होगा। इस अवधि में निविदा ऑनलाइन माध्यम से 24 घंटे सात दिन किए जा सकेंगे। पहले आओ पहले पाओ की नीति के तहत किसी देशी विदेशी मदिरा की फुटकर दुकानों के अनुज्ञप्त परिसर से जुड़े अहाता, अहातों के समूह के लिए प्रथम निविदा पत्र प्राप्त होते निविदा पत्र प्राप्त होते ही ऑनलाइन पोर्टल पर उस दुकान के अहाता, अहातों के समूह के लिए निविदा की प्रक्रिया स्वतः अवरुद्ध हो जाएगी। जिला स्तरीय समिति द्वारा अहाता, अहातों के समूह के व्यवस्थापन से संबंधित अगली कार्यवाही की जाएगी।

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