तुंगल बांध में आपदा मॉक ड्रिल: रेस्क्यू, स्क्यूबा टीम की कार्रवाई और राहत सामग्री वितरण का किया गया अभ्यास
सुकमा में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए तुंगल बांध में बाढ़ आपदा मॉक ड्रिल की गई। इस दौरान नाव से रेस्क्यू, स्क्यूबा टीम की कार्रवाई और अन्य अभ्यास किया।
तुंगल बांध में बाढ़ आपदा मॉक ड्रिल
लीलाधर राठी- सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में प्राकृतिक आपदाओं से समय रहते निपटने और राहत-बचाव कार्यों में दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से तुंगल बांध में गुरुवार को बाढ़ आपदा मॉक ड्रिल की गई। इस मॉक ड्रिल में जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग, एनडीआरएफ/एसडीआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य, राजस्व, फायर ब्रिगेड, परिवहन तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी सहित कई विभागों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
मॉक ड्रिल के दौरान भारी वर्षा से अचानक बाढ़ आने की परिकल्पना पर राहत-बचाव अभियान। नावों और रेस्क्यू बोट्स से बाढ़ग्रस्त गांवों के लोगों का सुरक्षित निकासी। स्क्यूबा टीम द्वारा डूबे व्यक्ति की तलाश और शव बरामदगी। मलबे में दबे व्यक्ति को एयर लिफ्टिंग जैकेट से उठाकर सुरक्षित निकालना। प्राथमिक उपचार, सीपीआर, एंबुलेंस व मेडिकल टीम की तैनाती। सामान्य घरेलू वस्तुओं जैसे बांस, पानी के डब्बे, बोतलें और डेचकी को जीवन रक्षक साधन के रूप में प्रदर्शित करना। राहत सामग्री वितरण और आपूर्ति प्रणाली का परीक्षण।
कलेक्टर का संदेश
कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव ने कहा कि, इस तरह के मॉक ड्रिल वास्तविक आपदा में त्वरित, समन्वित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने में सहायक होते हैं। उन्होंने सभी विभागों की भागीदारी और नागरिकों की जागरूकता को आपदा प्रबंधन की सबसे बड़ी ताकत बताया।