छत्तीसगढ़ में थम नहीं रहा हाथी-मानव द्वंद: सूरजपुर जिले में खलिहान में सो रहे दंपत्ति को हाथियों ने रौंदा
सूरजपुर के कपसरा गांव में देर रात हाथियों ने खलिहान में सो रहे दंपत्ति पर हमला कर उन्हें कुचल दिया। लगातार हाथियों के बढ़ते हमलों से क्षेत्र में दहशत फैल गई है।
बाउंड्री वॉल तोड़ कर खलिहान में घुसा हाथी
नौशाद अहमद - सूरजपुर। जिले में हाथियों और मानव के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है। भटगांव थाना क्षेत्र के कपसरा स्थित बिसाही पोड़ी गांव में देर रात एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां खलिहान में धान की रखवाली कर रहे दंपत्ति पर हाथियों ने हमला कर उनकी जान ले ली।
रात 2 बजे जंगल से आया झुंड
जानकारी के अनुसार मृतक कबिलास राजवाड़े अपनी पत्नी धनियारो के साथ खेत के पास बने खलिहान में सो रहे थे। करीब रात 2 बजे जंगल से निकले हाथियों का झुंड वहां पहुंचा और अचानक दंपत्ति पर हमला कर उन्हें कुचल डाला। घटना इतनी भीषण थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
धान की रखवाली में लगी थी चौकी
किसान अपनी पत्नी के साथ खेत में कटाई के बाद धान की सुरक्षा के लिए खलिहान में ही सो रहा था। हाथियों का झुंड सीधे उसी स्थान पर पहुंचा और बिना किसी चेतावनी के हमला कर दिया। गांव वालों ने बताया कि हाथियों की आवाज सुनने से पहले ही दंपत्ति पर जानलेवा हमला हो चुका था।
क्षेत्र में लगातार बढ़ रहा हाथियों का आतंक
सूरजपुर और आसपास के इलाकों में पिछले कुछ महीनों से हाथियों के हमले बढ़ते जा रहे हैं। रात में खेत और खलिहान में सो रहे ग्रामीणों पर हमले के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है।
सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची
घटना की खबर मिलते ही वन विभाग का अमला देर रात ही गांव पहुंच गया। टीम ने आसपास के क्षेत्रों में गश्त की और मामले की जांच शुरू कर दी है। स्थानीय प्रशासन भी प्रभावित परिवार को आवश्यक सहायता प्रदान करने की तैयारी में है।
ग्रामीणों में दहशत, सुरक्षा के इंतजाम की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि लगातार हो रहे हाथी हमलों से वे दहशत में हैं, इसलिए हाथियों को जंगल की ओर मोड़ने के प्रभावी उपाय बढ़ाए जाएं, खलिहान और खेतों के आसपास रात में निगरानी की व्यवस्था हो, और प्रभावित परिवारों को त्वरित मुआवजा प्रदान किया जाए।