मां बम्लेश्वरी मंदिर में नवरात्रि की तैयारियां पूरी: सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद, माता के दर्शन को पहुंचेगे लाखों श्रद्धालु

डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने नवरात्रि को लेकर तैयारियां पूरी कर ली है।

Updated On 2025-09-22 15:03:00 IST

मां बम्लेश्वरी मंदिर में नवरात्रि की तैयारियां पूरी 

राजा शर्मा- डोंगरगढ़। मां शक्ति की उपासना के पर्व शारदीय नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर सोमवार से हो गई है। इस बीच छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है। सुरक्षा व्यवस्था से लेकर अन्य जरूरी चीजों की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है। हर साल की भांति इस साल भी लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। जिसको देखते हुए व्यवस्था की गई है।

मंदिर का इतिहास
मां बम्लेश्वरी देवी राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में स्थित पहाड़ी पर 16 सौ फीट की ऊंचाई पर विराजमान है। वहीं पहाड़ी के नीचे छोटी मां बम्लेश्वरी विराजमान है। अपने 2 हजार वर्ष से भी अधिक पुराने इस मंदिर का इतिहास मध्य प्रदेश के उज्जैन से जुड़ा है। माना जाता है कि, मां बमलेश्वरी को उज्जैन के प्रतापी राजा विक्रमादित्य की कुलदेवी है। गर्भगृह में मातारानी का स्वरूप बगलामुखी है मां के इस रूप को मां दुर्गा का रूप माना जाता है। यह मंदिर देशभर के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है।


7 हजार ज्योति- कलश की जाएगी प्रज्ज्वलित
हर साल की तरह इस साल भी ऊपर और नीचे मंदिर में ज्योति- कलश प्रज्ज्वलित की जाएगी। ट्रस्ट के अनुसार, ऊपर मंदिर में 7 हजार 500 और नीचे मंदिर में 8 हजार 901 ज्योति प्रज्ज्वलित होगी। वहीं शीतला माता मंदिर में 61 ज्योति कलश आदि जलाए जाएंगे।


लाखों की संख्या में पहुंचेंगे श्रद्धालु
हर साल की तरह इस साल भी लाखों की संख्या में मातारानी के दर्शन के लिए भक्तों की पहुंचने की उम्मीद है। इसके लिए प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। साथ ही यातायात नियंत्रण की रूपरेखा तैयार कर ली है। वहीं रोप- वे की मरम्मत के बाद चालू कर दिया गया है। साथ ही अन्य व्यवस्थाओं से जुड़ी जानकारी मंदिर के आधिकारिक पोर्टल पर उपलब्ध है।


छिरपानी में की गई है पार्किंग व्यवस्था
भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए मंदिर परिसर में चिकित्सा बूथ, एसी वेटिंग हॉल, ठंडा पेयजल की व्यवस्था की गई है। साथ ही आपातकालीन सुविधाएं भी ट्रस्ट की ओर से उपलब्ध है। वहीं वाहनों के लिए छिरपानी में एक बड़ा पार्किंग स्थल बनाया गया है। इसके आलावा यात्रियों के लिए ऑटो और पैदल मार्ग व्यवस्थित हैं। इस दौरान मंदिर से लेकर मेला स्थल की सीसीटीवी निगरानी की जाएगी।


प्रशासनिक निर्देशों का करें पालन
मंदिर प्रबंधन ने कहा है कि, भक्त अधिक भीड़ वाले समय में रोपवे का उपयोग करने और टिकिट अग्रिम बुक करे। वहीं आवश्यक दवाइयाँ, पहचान-पत्र और कोविड/स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक सावधानियाँ रखें। साथ ही भीड़ में अनुशासन बनाए रखें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें।

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