थार की ठोकर से युवती की मौत: कार मालिक पर नाबालिग को बचाने के लिए खेल रचने का आरोप
राजनंदगांव जिले में तेज रफ़्तार थार ने 21 वर्षीय लड़की को जोरदार टक्कर मार दी। इस दौरान मौके पर उसकी मौत हो गई। वहीं आरोपी नाबालिग चालक अभी भी फरार है।
नगर पुलिस अधीक्षक कार्यालय राजनांदगांव
अक्षय साहू- राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव जिले से दो दिन पहले एक दुखद खबर सामने आई थी। यहां पर डोंगरगढ़ बम्लेश्वरी दर्शन के लिए पैदल जा रही 21 वर्षीय महिमा साहू को तेज रफ़्तार थार ने टक्कर मार दी थी। इस दौरान गहरी चोट आने के कारण महिमा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद थार(सीजी 04 क्यूसी 8007) को जब्त कर लिया गया है और चालक अभी भी फरार है।
मिली जानकारी के अनुसार, हादसा मनकी, खंडेलवाल बांस डिपो के पास राजनांदगांव-दुर्ग जीई रोड पर हुआ था। शुरुआत में सीएसपी ने दावा किया कि, आरोपी चालक गिरफ्तार हो गया, लेकिन बाद में खुलासा हुआ कि वाहन मालिक रजत सिंह ने नाबालिग चालक को बचाने के लिए राजू कुमार धुर्वे को झूठा आरोपी बनाकर पेश किया।
आरोपियों पर साक्ष्य छुपाने के आरोप
पुलिस ने रजत सिंह, नयन सिंह और राजू को हिरासत में लेकर साक्ष्य छुपाने और मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की। वहीं नाबालिग चालक फरार है, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। पदयात्रियों के लिए वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था के दावे खोखले साबित हुए, जिससे यह हादसा हुआ है।
भिलाई की रहने वाली थी युवती
महिमा साहू उम्र 21 वर्ष निवासी घासीदास नगर हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी की रहने वाली थी। मृतिका अपने 3 मित्र लड़कियों और 4 लड़कों के साथ पैदल डोंगरगढ़ बम्लेश्वरी दर्शन के लिए जा रही थीं। ग्राम मनकी के पास महिंद्रा थार क्रमांक सीजी 04 क्यूसी 8007 ( गाड़ी मालिक रजत सिंह) के चालक ने लापरवाहीपूर्वक गाड़ी चलाते टक्कर मार दी। इसमें महिमा साहू को गंभीर चोट आई और उन्हें सेक्टर-9 अस्पताल भिलाई ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।
मुख्य आरोपी को बचाने की साजिश
आरोपी वाहन महिंद्रा थार क्रमांक सीजी 04 क्यूसी 8007 को वाहन मालिक रजत सिंह से जब्त किया गया है। वाहन मालिक ने जानबूझकर मुख्य ड्राइवर को बचाने के उद्देश्य से गलत ड्राइवर राजू कुमार धुर्वे को पुलिस के समक्ष पेश किया जिससे घटना के संबद्ध में पूछताछ करने पर सही बताया और घटना में शामिल नहीं होना बताया है। मुख्य आरोपी ड्राइवर को बचाने के लिए अपने आप को आरोपी बताया था। लेकिन विवेचना में पाया गया कि, थार को नाबालिग चला रहा था।