दोस्त-दोस्त न रहा, प्यार-प्यार न रहा: प्रेमिका और दोस्त में प्रेम प्रसंग से सनका प्रेमी, जिगरी यार की कर दी हत्या

राजनांदगांव जिले में प्रेमिका के कारण प्रेमी ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। पांच दिन बाद पुलिस ने सनसनीखेज केस का खुलासा कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।

Updated On 2025-09-13 10:16:00 IST

दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

अक्षय साहू- राजनांदगांव। दोस्ती का रंग चरमरा गया, जब एक पुराना यार अपनी प्रेमिका को लेकर जल उठा और अपने ही साथी को चाकू-पत्थरों से छलनी कर डाला। पांच दिनों की खूनी पहेली को सुलझाने वाली सोमनी पुलिस ने दो हत्यारों को दबोच लिया है। मामला इतना सनसनीखेज है कि, जानने के बाद रोंगटे खड़े हो जाएंगे। एक तरफ दोस्ती का विश्वास, दूसरी तरफ प्यार का जहर, और बीच में लाश।

यह पूरा मामला मार्च-अप्रैल 2025 का है। अनिल डौंडे (32 वर्ष), गौरी नगर का रहने वाला ये शख्स, अपनी प्रेमिका को अपनी 'पत्नी' बताकर किराए का मकान दिलवाता था। आर्थिक मदद से लेकर घरेलू झमेलों तक, अनिल का आना-जाना लगा रहता। लेकिन जब अनिल अपनी असली पत्नी-बच्चों के साथ बहन के गांव चला गया, तो उसने अपनी देखभाल की जिम्मेदारी सौंप दिया।

तो ऐसे हुई वारदात को अंजाम देने की शुरुआत
अपने चहेते दोस्त अजय सिन्हा (उम्र अज्ञात) को अजय ने कहा कि, भाई, बच्चों को स्कूल छोड़ना, सामान लाना- सब संभाल लेना। लेकिन ये भरोसा ही अनिल की आंखों का कांटा बन गया। अजय का प्रेमिका के घर आना-जाना बढ़ा और धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार की चिंगारी सुलग उठी। अनिल को जब ये खबर लगी, तो उसका खून खौल गया। बार-बार समझाया, मना किया, लेकिन न अजय माना, न प्रेमिका मानी। गुस्से में आग बबूला अनिल ने फैसला लिया कि, वह अजय को रास्ते से हटा देगा, यानि उसकी हत्या कर देगा।

दोस्त के साथ मिलकर रची साजिश
अनिल ने अपने काम के ग्राइंडर से लोहे का चाकू चमकाया और मदद लिए अपने दोस्त भूपेंद्र साहू उर्फ मुन्ना का छोटे भाई तुलेश साहू 32 वर्षीय को चुना।तुलेश पहले ही एक मर्डर केस में जेल का तजुर्बा रख चुका था। जो उसके लिए इस वारदात को अंजाम देने के लिए एक परफेक्ट पार्टनर बन सका। 6 सितंबर की शाम को अनिल ने पत्नी से झूठ बोला कि, काम पर जा रहा हूं और अपनी मोटरसाइकिल (सीजी नंबर CG.04.LV.4927) में चाकू छिपाकर मुड़ीपार पहुंचा। तुलेश को पूरा प्लान सुनाया, और दोनों ने साजिश रच ली।

झांकी देखने के बहाने अजय से मिला
अगली सुबह, 7 सितंबर को करीब 4 बजे, दोनों राजनांदगांव पहुंचे। झांकी देखने का बहाना बनाकर अजय से मिले। 'चल भाई, घूमने चलें,' कहकर तीनों मोटरसाइकिल पर सवार हो गए। जोरातराई रोड के किनारे रेलवे ट्रैक पर पहुंचे, तो शराब की बोतलें खुल गईं। नशे में अनिल ने फिर अजय को ललकारा, "प्रेमिका से दूर रह, वरना..." बातचीत झगड़े में बदली, हाथापाई हुई। अनिल ने तुलेश को इशारा किया—चाकू लाओ!

दोनों आरोपियों ने ऐसे की हत्या
तुलेश ने गाड़ी से चाकू निकाला, अजय के गले पर रखा। लेकिन अजय ने छीन लिया। अनिल चाकू छीनने को लपका, तभी अजय ने उसे धक्का देकर गिरा दिया और पेट में काट लिया। गुस्से में तुलेश ने पास का पत्थर उठाया और अजय के सिर पर मार दिया। अजय गिर पड़ा, फिर अनिल ने चाकू से गले में 3-4 वार किया और तुलेश ने सिर पर पत्थरों की बौछार कर दिया। फिर उसने चाकू को झाड़ी में फेंका, कपड़े जलाए, सबूत मिटाए, और दोनों हत्या करके जंगल से होते हुए फरार हो गए।

इनके दिशा-निर्देश में हुई कार्रवाई
7 सितंबर को जोरातराई रेलवे ट्रैक किनारे अज्ञात लाश मिली। सोमनी थाने में केस दर्ज हुआ। पोस्टमॉर्टम में हत्या की पुष्टि की गई, तो अज्ञात आरोपी के खिलाफ IPC 103 (अब BNS 103) के तहत केस दर्ज हुआ। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के सख्त निर्देश पर, एएसपी राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में और नगर एसपी वैशाली जैन की निगरानी में सोमनी थाने के प्रभारी उपनिरीक्षक प्रमोद श्रीवास्तव ने साइबर सेल के साथ मिलकर कमान संभाली। तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर की टिप से अनिल और तुलेश को गिरफ्तार कर लिया।

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