आज से धान उत्सव: बोहनी करेंगे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राज्य के किसानों से धान की खरीदी शुरू होगी।

Updated On 2025-11-15 09:27:00 IST

File Photo 

रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर राज्य के किसानों से धान की खरीदी शुरू होगी। खास बात ये है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय खुद जगदलपुर में खरीदी की शुरुआत करवाएंगे। इधर, धान खरीदी करने वाली सोसाइटियों के प्रबंधक और धान खरीदी प्रभारी अब भी हड़ताल पर हैं, इन लोगों की बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अब तक 18 को बर्खास्त करने की जानकारी सामने आई है।

राज्य में यह पहला अवसर है जब धान खरीदी के समय सहकारी सोसाइटियों के प्रबंधक, धान खरीदी प्रभारी और कंप्यूटर आपरेटर हड़ताल पर हैं। ये लोग अपनी कुछ मांगों को लेकर 3 तारीख से बेमुद्दत हड़ताल पर हैं। सरकार ने इनसे बातचीत की कोशिशें की, लेकिन वार्ता सफल नहीं हो पाई। इस स्थिति के मद्देनजर राज्य सरकार ने अन्य विभागों के अफसर कर्मियों को धान खरीदी के काम में तैनात कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि राज्य में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत धान खरीदी के प्रबंध कर लिए गए हैं।

26 लाख 64 हजार से अधिक किसान बेचेंगे धान
राज्य में खरीफ सीजन 2025-26 में धान बेचने के लिए कुल मिलाकर 26 लाख 64 हजार 584 किसानों का पंजीयन एकीकृत और एग्रीस्टेक पोर्टल के माध्यम से किया जा चुका है। ये किसान अपना धान बेच पाएंगे। खास बात ये है कि पिछले सीजन में 25 लाख 49 हजार के आसपास किसानों का पंजीयन हुआ था। यानी इस बार एक लाख से ज्यादा किसानों का पंजीयन हुआ है। हालांकि एग्रीस्टेक में पंजीयन को लेकर तरह-तरह की अफवाहें और अटकलें थीं, कहा जा रहा है कि लाखों किसान धान नहीं बेच पाएंगे, लेकिन ये सारी बातें पंजीयन के आधार पर निराधार साबित हुई हैं।

सहकारी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष बर्खास्त, कई अन्य पर भी कार्रवाई
छत्तीसगढ़ धान खरीदी शुरू होने के पहले 3 नवंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल कर रहे सहकारी सोसाइटियों के प्रबंधकों और कंप्यूटर आपरेटरों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू हो गई है। सहकारी कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र साहू सहित कई अन्य को बर्खास्त कर दिया गया है। बताया गया है कि यह कार्रवाई पूरे प्रदेश में चलेगी। पैक्स समितियों के सहकारी कर्मचारी संघ एवं कंप्यूटर ऑपरेटर संघ की चार सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। राज्य शासन के अधिकारियों द्वारा हड़ताली कर्मचारियों से मांगों के संबंध में चर्चा की गई, किन्तु कर्मचारी अपनी मांगों पर अडिग बने हुए हैं। हड़ताल के कारण समितियों में लोकहित में धान खरीदी की तैयारी, रबी ऋण वितरण, पीडीएस आदि गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। हड़ताली कर्मचारियों को कार्य पर लौटने के निर्देश दिए गए थे तथा सक्षम अधिकारी द्वारा कार्य पर उपस्थित होने का नोटिस भी जारी किया गया था।

एप डाउनलोड करने में दिक्कत
धान खरीदी शुरू होने से पहले 14 नवंबर को किसानों की ओर से ये शिकायत भी मिली है कि तुहर टोकन एप डाउनलोड नहीं हो रहा है। माना जा रहा है कि इसके पीछे कोई तकनीकी वजह हो सकती है। हालांकि 13 तारीख को मिली सूचना के मुताबिक राज्य में दो लाख किसानों ने यह एप डाउनोड किया था और 18 हजार किसानों को पहले दिन धान बेचने के लिए टोकन भी मिल गए थे। यह एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।

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