जमीन बिक्री में फर्जीवाड़ा: युवा आदिवासी नेता ने लोगों को दी सतर्कता बरतने की सलाह
नगरी के युवा नेता जितेंद्र गोलू मंडावी ने आम नागरिकों को भू-माफिया और जमीन के अवैध कारोबारियों से सावधान रहने की अपील की है।
युवा आदिवासी नेता जितेंद्र गोलू मंडावी
गोपी कश्यप- नगरी। छत्तीसगढ़ के नगरी में विभिन्न समाचार पत्रों में सरकारी और मुआवजा प्राप्त जमीनों की अवैध खरीदी-बिक्री और फर्जी सौदों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्यवाही की है। इस मामले से संबंधित खबर प्रकाशित होने के बाद सिहावा विधानसभा क्षेत्र के युवा आदिवासी नेता जितेंद्र गोलू मंडावी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आम नागरिकों को सतर्क रहने का आह्वान किया है।
नेता मंडावी ने कहा कि, भू-माफिया और जमीन के अवैध कारोबारियों ने भोले-भाले नागरिकों को लालच देकर जमीन बेचने की कोशिश लगातार की जा रही है। कई बार देखने में आया है कि, फर्जी कागजात और मनगढ़ंत दस्तावेजों के आधार पर जमीन की बिक्री कर दी जाती है। ऐसे मामलों में खरीदार बाद में गंभीर कानूनी उलझनों में फंस जाते हैं और वर्षों तक न्यायालयों के चक्कर काटते रहते हैं। यही कारण है कि, हर व्यक्ति को जमीन खरीदते समय अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
नेता मंडावी ने नागरिकों से की अपील
मंडावी ने आम नागरिकों से अपील की है कि, वे किसी भी तरह की जमीन की खरीद-बिक्री करते समय पूरी सतर्कता बरतें और कागजातों की गहन जांच-पड़ताल जरूर करें। उन्होंने कहा कि, तहसील कार्यालय और संबंधित शासकीय विभागों से दस्तावेजों की वैधानिकता की पुष्टि करने के बाद ही सौदा करें, ताकि मेहनत की गाढ़ी कमाई बर्बाद होने से बच सके।
आम जनता को सतर्क रहना बेहद जरूरी
युवा नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि, फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी में शामिल भू-माफिया अक्सर असली मालिकों या सरकारी जमीनों को बेचने की कोशिश करते हैं। यही कारण है कि, आम जनता को सतर्क रहना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कोई भी नागरिक बिना वैधानिक प्रक्रिया के जमीन न खरीदे, क्योंकि बाद में ऐसे सौदे विवादों में उलझ जाते हैं और खरीदारों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
जमीनों पर पुराने भूमिधारकों के नाम दर्ज
गोलू मंडावी ने यह भी बताया कि, आखिर यह पूरा खेल कैसे चल रहा है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि, वर्ष 1991-92 में नहर-नालियों के लिए अधिग्रहित भूमि का मुआवजा भूमिधारकों को दे दिया गया था। इसके बाद विभाग ने सभी कागजात और सूची तहसील कार्यालय नगरी में जमा भी कर दी थी। किंतु किन्हीं कारणों से आज तक इन जमीनों को राजस्व अभिलेखों में दुरुस्त नहीं किया गया। परिणामस्वरूप आज भी इन जमीनों पर पुराने भूमिधारकों के नाम दर्ज हैं और इसी का फायदा उठाकर कुछ भू-माफिया भोले-भाले लोगों को गुमराह कर फर्जी तरीके से इन जमीनों को बेच रहे हैं।
युवा नेता मंडावी का शासकीय विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों से निवेदन
साथ ही उन्होंने एसडीएम नगरी और अन्य शासकीय विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों से निवेदन किया है कि, वे आम नागरिकों को भू-माफिया और जमीन दलालों से बचाने में सहयोग करें तथा लोगों को समय-समय पर जागरूक करते रहें। मंडावी ने यह भी सुझाव दिया कि प्रशासन को ऐसे प्रकरणों की नियमित निगरानी करनी चाहिए और यदि कोई संदिग्ध खरीदी-बिक्री सामने आती है तो तत्काल जांच कर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। गोलू मंडावी ने कहा कि, यह उनकी सामाजिक जिम्मेदारी है कि वे जनता को आगाह करें और क्षेत्र के लोगों के साथ खड़े रहें। उन्होंने भरोसा जताया कि, प्रशासन की सक्रियता और नागरिकों की सजगता से भू-माफियाओं के मंसूबे कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे।