नक्सलवाद के खिलाफ आखिरी जंग: गढ़चिरौली में 10, मोहला- मानपुर में केवल 7 नक्सली सक्रिय, दो ही रास्ते शेष- समर्पण या एनकाउंटर
छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर जिले और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में अब केवल 17 हथियारबंद नक्सली सक्रिय हैं। दोनो जिलों के एसपी ने अंतिम चेतावनी इन्हें दे दी है।
मोहला-मानपुर एसपी वाईपी सिह और नीलोत्पल गढ़चिरौली एसपी
एनिशपुरी गोस्वामी-मोहला। अब तक लाल आतंक और मौतों के तांडव के दशक में जी रहे क्षेत्र के वनांचल में अंतिम 17 हथियारबंद नक्सलियों की तलाश सरगर्मी से हो रही है। मोहला मानपुर और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के जंगलों में इन माओवादियों के लिए दोनों जिले की पुलिस ने मुहिम छेड़ रखा है। छत्तीसगढ़ के मोहला- मानपुर में 7 और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में 10 नक्सलियों को दोनों जिलों की पुलिस ने अंतिम आह्वान किया है। कहा है कि, या तो हथियार सहित सरेंडर करो या मरने के लिए तैयार रहो। ऐसा माना जा रहा है कि, इन 17 नक्सलियों के निराकरण के बाद इस वनांचल में नक्सलवाद के झंडाबरदार खत्म हो जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि, राष्ट्रीय स्तर पर नक्सलवाद उन्मूलन की मुहिम के साथ मोहला मानपुर-अंबागढ़-चौकी जिला और गढचिरौली महाराष्ट्र के जंगलों में पुलिस ने बेहद सतर्कता के साथ अभियान छेड़ा हुआ है। इधर जिले के पुलिस कप्तान वाईपी सिंह की पदस्थापना के बाद नक्सल उन्मूलन ने बेहद रफ्तार पकड़ी। श्री सिंह के निर्देश पर लगातार सर्चिंग और पुलिसिया हलचल बढ़ने से नक्सलवाद की सांस अब जमीनी स्तर पर उखड़ चुकी है।
मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ जोन में लाल गलियारे के खात्मे के बाद अब सुरक्षा एजेंसी का पूरा जोर राजनांदगांव पुलिस रेंज के मोहला मानपुर और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले की सीमा पर है। छत्तीसगढ़ के इस दक्षिण पश्चिम इलाके में 17 माओवादियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई है, मोहला मानपुर के आरकेबी, राजनांदगांव कांकेर बॉर्डर डिवीजन में 7 और गढचिरौली के कंपनी नंबर 10 के 10 सक्रिय नक्सलियों की जानकारी इंटेलिजेंस के पास है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार अब इन केडर्स के खिलाफ निर्णायक लड़ाई छेड़ी जा चुकी है, इन्हें आत्मसमर्पण के लिए काफी लंबा वक्त दिया गया लेकिन यह अब भी सामने नहीं आ रहे हैं।
नक्सली लीडर रूपी
अबूझमाड़ की सीमा पर हैं सक्रिय
गढ़चिरौली में सक्रिय माओवादी अबूझमाड़ की सीमा में छिपे बैठे हैं। गौरतलब है कि, अबूझमाड़ का 20% हिस्सा महाराष्ट्र में भी है। इसी सीमा पर कंपनी नंबर 10 के सक्रिय माओवादी छिपे हुए हैं। इधर मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले में सक्रिय आरकेबी डिवीजन तथा मदनवाड़ा कोडेखुसे मोहला संयुक्त एलोएस के 7 नक्सली 13 अगस्त को मारे गए। स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर विजय रेड्डी की पत्नी डीवीसीएम रूपी के साथ मदनवाड़ा तथा कांकेर जिले के बॉर्डर के जंगलों की खाख छान रहे, जिनके आत्मसमर्पण के लिए स्थानीय मीडिया कर्मी तथा कुछ समाजसेवी संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं।
रुपी, मंगेश पोडियाम के साथ 7 नक्सली सक्रिय
आरकेबी डिवीजन में 7 की तलाश-माओवादियों का राजनांदगांव कांकेर बॉर्डर डिविजन मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले में अपनी आखिरी सांसें गिन रहा है। यहां स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर विजय रेड्डी और डिवीजन कमेटी सचिव लोकेश सलामे के 13 अगस्त को मुठभेड़ मे मारे जाने के बाद अब सिर्फ 7 केडर बाकी हैं। इनमें रुपी, के अलावा मंगेश पोडियाम, रंजीत होडी, हिडमे मरकाम, महेश डोडी, गणेश और राजे शामिल है। इन सातों के निराकरण के बाद मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिला माओवादी हिंसा से मुक्त हो जाएगा।
अबूझमाड़ में छिपा प्रभाकर-गढ़चिरौली जिले में सक्रिय कंपनी नंबर 10 के 10 माओवादियों की तलाश तेज हो गई है इनमें 25 लाख का इनामी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का शीर्ष लीडर प्रभाकर मुख्य तौर पर शामिल है सुरक्षा एजेंसी का मानना है कि प्रभाकर अपने 10 साथियों के साथ महाराष्ट्र बॉर्डर के अबूझमाड में छिपा हुआ है इस टुकड़ी के समर्पण या खात्मे के साथ ही गढचिरौली जिला भी पूरी तरह से माओवादी हिंसा से मुक्त हो जाएगा।
तय समय सीमा में क्षेत्र को नक्सलमुक्त बना लेंगे
वाईपी सिंह पुलिस अधीक्षक मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी ने कहा है कि, हमारा प्रयास है कि शेष माओवादी भी मुख्य धारा में लौट आए और केंद्र व राज्य शासन की नीतियों का लाभ ले सके उनकी आत्मसमर्पण के लिए हम सभी माध्यमों से उन तक अपनी बात भी पहुंचा रहे हैं तय डेडलाइन के भीतर क्षेत्र को माओवादी हिंसा से मुक्त कर लिया जाएगा इस संबंध में भी हमारी योजना तैयार है।
गढ़चिरौली जिले में माओवादियों के कंपनी नंबर 10 के 10 सक्रिय माओवादियों की मूवमेंट की जानकारी मिल रही है। डीकेजेडसी प्रभाकर मुख्य है जिस पर 25 लाख का इनाम है यह छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र की अबूझमाड़ सीमा पर छिपे हुए हैं। ये सरेंडर करेंगे या फिर हमारी फोर्स इन्हें मार गिराएगी हम दोनों ही सूरत में जल्द से जल्द गढचिरौली जिले को नक्सल हिंसा से मुक्त करेंगे।
डरने की जरूरत नहीं मिलेगी पूरी सुरक्षा-
गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल तथा मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के पुलिस कप्तान वाईपी सिह ने जिले के सक्रिय नक्सली केडरों से आह्वान किया है कि, डरने की कोई जरूरत नहीं। सरेंडर करने पर पूरी तरह से पुलिस उन्हें सुरक्षा प्रदान करेगी। गले से लगाते हुए उन्हें नई जिंदगी की शुरुआत करने सरकार की योजना आत्मसमर्पण नीति से लाभानिवत किया जाएगा।