एक्शन में राजिम विधायक: रात 11 बजे रेत भरे हाइवा को बोरसी के पास रोका, अफसरों को दिए कार्रवाई के निर्देश
विधायक साहू ने एसडीएम, पुलिस तथा माइनिंग अफसरो को मौके पर तलब किया और कहा कि, अवैध उत्खनन और परिवहन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
विधायक रोहित साहू ने देर रात अवैध तस्करी कर रहे वाहनों को रोका
श्यामकिशोर शर्मा- राजिम। रविवार देर रात 11 बजे राजिम विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बिनौरी के कार्यक्रम से लौट रहे विधायक रोहित साहू का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा जब उन्होंने देखा कि, बोरसी गांव के पास रेत भरी हाइवा काफी रफ्तार में चल रहा था। गाड़ी को ओवरटेक किया और चालक से पूछा कि, कहां से रेत लेकर आ रहे हो? चालक ने बताया कि, बिरोदा घाट से रेत भरकर आ रहे हैं। उसी समय मौके से ही राजिम एसडीएम विशाल महाराणा और गरियाबंद जिला के माइनिंग अधिकारी को फोन लगाया कहा कि तत्काल पहुंचे और रेत से भरे हाइवा के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई करें।
मालूम हो कि, 15 जून से 15 अक्टूबर तक एनजीटी के निर्देश के तहत पूरे प्रदेश में नदियों से रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। बावजूद रेत का परिवहन आखिर हो कैसे रहा है? जबकि शासन प्रशासन के गाइड लाइन के अनुसार वर्तमान में रेत घाट संचालन करने की अनुमति नहीं है। विधायक श्री साहू रेत माफियाओं द्वारा अवैध रूप से कराए जा रहे उत्खनन पर काफी आक्रोशित नजर आए। वे कड़े तेवर में एसडीएम, खनिज अधिकारी तथा थाना के स्टॉफ को मौके पर तत्काल पहुंचने के लिए कहा। विधायक के कड़े तेवर को देखते हुए ये सारे अधिकारी बिना देर किए मिनटों में ही मौके पर पहुंचे और कार्रवाई की।
क्षेत्र में सड़कों पर रेत परिवहन ना दिखे : विधायक साहू
विधायक श्री साहू ने स्थानीय प्रशासन, पुलिस अधिकारियों और जिले के खनिज अधिकारियों को निर्देश दिए कि 24 घंटे में क्षेत्र में रेत का परिहवन सड़कों पर दिखाई न दे। इसके लिए 24 घंटे के भीतर एक छापामार दल गठित कर रेत का अवैध परिवहन तथा अवैध खदानों को बंद कराने कहा। इसके साथ ही किसी भी प्रकार के अवैध रेत खनन तथा परिवहन की जानकारी मिले तो तत्काल उस वाहन को राजसात कर परिवहनकर्ता के ऊपर एफआईआर करने का निर्देश भी विधायक ने दिया।
विधायक की अफसरों को खरी-खरी
विधायक श्री साहू ने निगरानी और मॉनिटरिंग के लिए उड़नदस्ता दल को लगातार सक्रियता से कार्य करने कहा। इस दौरान विधायक श्री साहू ने अफसरों को भी साफ-साफ कह दिया कि, अगर अवैध रेत खनन या परिवहन की शिकायत मिली तो अधिकारी भी कार्यवाही झेलने के लिए तैयार रहें। विधायक के कड़े तेवर को देखते हुए जिला गरियाबंद प्रशासन में हड़कंप मच गया है। यह बात सौ फीसदी सच है कि जिस कार्य को प्रशासनिक अधिकारियो एवं खनिज विभाग को करना चाहिए वो काम आधी रात को सड़क खड़े होकर विधायक कर रहे हैं और अधिकारी चैन की नींद सो रहे हैं।
माफियाओं के साथ माइनिंग अफसरों की मिलीभगत की आशंका
आखिर खनिज की चोरी रोकने की जिम्मेदारी किसकी है? अफसरो को पूरा मालूम है कि, जो भी रेत की चोरी हो रही है वह आधी रात से लेकर सुबह 6 बजे के पहले तक होती है। आखिर अफसरो को सरकार किस बात की सैलरी देती है? इससे लोगों के बीच संदेह पनप रहा है कि, कहीं न कहीं खनिज विभाग और माफियाओं की मिलीभगत है। इसे देखते हुए विधायक रोहित साहू का नाराज होना स्वाभाविक है। विधायक ने यह भी कहा कि हमारी सरकार सुशासन के लिए प्रतिबद्ध है। किसी भी गैरकानूनी कार्य को बर्दास्त नहीं किया जायेगा। अवैध कार्य करने वालों के ऊपर सख्त कार्यवाही की जाएगी।