छत्तीसगढ़ में शीतलहर का प्रकोप: तीन दिन का यलो अलर्ट जारी, रायपुर समेत कई जिलों में पड़ेगी कड़ाके की ठंड
छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने तीन दिन तक तीन संभागों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। जिसके कारण कई इलाकों में कड़ाके की ठण्ड पड़ेगी।
छत्तीसगढ़ में अगले तीन दिनों में बढ़ेगी ठण्ड
रायपुर। शीतलहर के प्रकोप के चलते छत्तीसगढ़ में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इसी बीच मौसम विभाग ने तीन दिन का यलो अलर्ट जारी किया है। जिसके अनुसार, सरगुजा, रायपुर, दुर्ग संभाग में तीन दिनों तक असर रहेगा। वहीं मैनपाट समेत सरगुजा के सभी क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से राज्य में ठंड और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। अंबिकापुर में 5.3, रायपुर में 12.3, पेंड्रारोड में 10.6 डिग्री तक पहुंच गया है जबकि बिलासपुर में 10.4, दुर्ग में 8.9, जगदलपुर में 9.9 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है।
बर्फीली हवाओं से बढ़ी ठंड
वहीं पश्चिम और पश्चिमोत्तर की बर्फीली हवाओं के प्रभाव से शहर सहित पूरा सरगुजा संभाग पिछले दो दिनों से शीतलहर की चपेट में है। न्यूनतम पारा के सामान्य से 4.5 नीचे पहुंचने के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ठंड से पठारी क्षेत्रों का बुरा हाल है तथा पारा 4.0 डिग्री सेल्सियस पर स्थित है। पश्चिम एवं पश्चिमोत्तर की बर्फीली हवाओं के प्रभाव से पिछले एक सप्ताह से पारा में लगातार गिरावट हो रही है जिससे शनिवार को पारा में तेज गिरावट दर्ज की गई थी तथा न्यूनतम तापमान गिरकर 4.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था।
मैनपाट में बिछी पाला की सफेद चादर
छत्तीसगढ़ के शिमला मैनपाट, बलरामपुर के सामरी पाट एवं लहसून पाठ में दिन में भी पश्चिमोत्तर की हवाएं चल रही हैं तथा दिन में भी कड़ाके की ठंड महसूस हो रही है। ठंड बढ़ने के कारण लोग दिन निकलने के बाद ही अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं तथा शाम ढलने के पूर्व ही घर पहुंच जा रहे हैं। ठंड बढ़ने से खेती के कार्य भी प्रभावित हो गए हैं। सुबह चारो तरफ पाला की सफेद चादर बिछ जा रही है तथा रात में धुंध बढ़ जा रही है।
दो दिनों तक ठंड से नहीं मिलेगी राहत
मौसम विज्ञानी के अनुसार, उत्तर भारत में एक कमजोर पछुआ विक्षोभ सक्रिय है लेकिन विक्षोभ उत्तर भारत से पहुंच रही शीतलहर को प्रभावित करने योग्य नहीं है। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश, ओड़िशा एवं झारखण्ड भी शीतलहर से प्रभावित हैं। सर्द हवाओं का प्रवाह जारी रहने के कारण आगामी दो दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञानी अक्षय मोहन भट्ट ने बताया कि पश्चिमोत्तर की सर्द हवाओं का प्रवाह लगातार जारी है। दो दिन बाद पारा में कुछ वृद्धि होने की संभावना है।