चार साल बाद मिला न्याय: करंट हादसे में मृत बालक के परिवार को मिला मुआवजा, सीएम कैंप कार्यालय बना उम्मीद की किरण
सीएम साय के निर्देश पर जशपुर के एक पीड़ित परिवार को चार साल बाद न्याय मिला। करंट हादसे में मृत मासूम के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया गया।
सीएम की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने सौंपा चेक
अजय सुर्यवंशी - जशपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के संवेदनशील निर्देश पर चार साल से न्याय की आस लगाए बैठे एक पीड़ित परिवार के चेहरे पर आखिरकार मुस्कान लौट आई। मामला जशपुर जिले के कांसाबेल विकासखंड अंतर्गत पोंगरो गांव का है, जहां वर्ष 2021 में एक दर्दनाक हादसे में 10 वर्षीय मासूम शिवा चौहान की विद्युत करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी।
दफ्तरों के चक्कर, पर नहीं मिली राहत
हादसे के बाद पीड़ित परिवार ने मुआवजे की मांग को लेकर कई दफ्तरों और विभागों के चक्कर काटे, लेकिन चार वर्षों तक उन्हें केवल आश्वासन ही मिलता रहा। न्याय की उम्मीद धुंधली पड़ती जा रही थी।
सीएम कैंप कार्यालय बगिया पहुँची फरियाद
थक-हारकर जब पीड़ित परिवार मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बगिया पहुँचा, तब जाकर उनकी पीड़ा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तक पहुँची। मुख्यमंत्री ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
जांच के बाद 4 लाख रुपये मुआवजे की स्वीकृति
मुख्यमंत्री के निर्देश पर विद्युत विभाग द्वारा मामले की विस्तृत जांच कराई गई, जिसके बाद पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपये मुआवजा स्वीकृत किया गया।
मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी ने सौंपा चेक
आज मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने स्वयं पीड़ित परिवार को मुआवजे का चेक सौंपा। वर्षों की पीड़ा और संघर्ष के बाद राहत मिलने पर परिवार भावुक हो उठा।
परिवार ने जताया आभार
पीड़ित परिवार ने भावुक होकर कहा कि, 'चार साल में कहीं हमारी सुनवाई नहीं हुई, लेकिन बगिया सीएम कैंप कार्यालय ने हमारी आवाज़ सुनी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का हम जीवनभर आभार मानते रहेंगे।'
सीएम कैंप कार्यालय बना भरोसे का केंद्र
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि सीएम कैंप कार्यालय बगिया आमजन की समस्याओं के त्वरित और संवेदनशील समाधान का एक भरोसेमंद केंद्र बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मानवीय पहल ने न केवल शिवा चौहान के परिवार को नया सहारा दिया, बल्कि कई अन्य पीड़ित परिवारों के मन में भी न्याय की उम्मीद की नई रोशनी जगा दी है।