चेकमेट एट जशपुर: जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता का सफल समापन, प्रिंस ठाकुर बने विजेता
जशपुर में आयोजित 'चेकमेट एट जशपुर' शतरंज प्रतियोगिता का समापन पत्थलगांव में हुआ। बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लेते हुए अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।
'चेकमेट एट जशपुर' का सफल समापन
अजय सुर्यवंशी - जशपुर। विद्यार्थियों की रणनीतिक सोच, धैर्य और बौद्धिक क्षमता को निखारने के उद्देश्य से आयोजित 'चेकमेट एट जशपुर' जिला स्तरीय शालेय शतरंज प्रतियोगिता का समापन सोमवार को पत्थलगांव स्थित पीएम श्री स्कूल में उत्साहपूर्वक किया गया। समापन समारोह में विधायक गोमती साय, कलेक्टर रोहित व्यास, जनप्रतिनिधि, शिक्षकगण और अभिभावक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
विजेता बने बगीचा के प्रिंस ठाकुर
प्रतियोगिता में जिलेभर से बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया। रोमांचक मुकाबलों के बाद बगीचा के प्रिंस ठाकुर ने प्रथम स्थान हासिल किया। उन्हें ₹5,000 का नगद पुरस्कार और विजेता कप प्रदान किया गया। द्वितीय स्थान पर प्रांजल शर्मा (₹3,000), तृतीय पर एलेन एफल लकड़ा (₹2,500) तथा चौथे स्थान पर हर्ष साहू (₹2,500) रहे, सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले ऑर्बिटर को भी विशेष सम्मान प्रदान किया गया।
शतरंज बच्चों के सर्वांगीण विकास का साधन- विधायक गोमती साय
विधायक गोमती साय ने कहा कि शतरंज बच्चों में रणनीतिक सोच, एकाग्रता और निर्णय क्षमता विकसित करता है। उन्होंने विद्यार्थियों को खेल भावना बनाए रखने और सीखने की जिज्ञासा को निरंतर प्रोत्साहित करने की बात कही।
जिले के खिलाड़ी बनाएँगे अपनी पहचान- कलेक्टर रोहित व्यास
कलेक्टर रोहित व्यास ने अपने संबोधन में कहा कि शतरंज धैर्य, समय-प्रबंधन और गहरी सोच का खेल है। उन्होंने विश्वास जताया कि जशपुर के खिलाड़ी आने वाले वर्षों में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान मजबूत करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रतियोगिता का आयोजन विकासखंड और जिला स्तर पर नॉकआउट पद्धति से किया गया, जिससे कई उभरती प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिला।
जिलेभर में रहा उत्साह का माहौल
शालेय स्तर पर आयोजित इस प्रतियोगिता ने विद्यार्थियों में उत्साह और ऊर्जा का संचार किया। मुकाबलों के दौरान कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी सामने आए, जो भविष्य में जशपुर का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं।