विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस: पोस्टर-क्विज-सेमिनार के साथ काकतीय कॉलेज में आयोजित हुआ AI और डिजिटल भविष्य पर केंद्रित कार्यक्रम
शासकीय काकतीय कॉलेज के आईटी-कम्प्यूटर साइंस विभाग में विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस पर डिजिटल ज्ञान, नई तकनीकों और करियर अवसरों पर आधारित विविध कार्यक्रम आयोजित हुआ।
काकतीय कॉलेज में विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस
अनिल सामंत - जगदलपुर। शासकीय काकतीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सूचना प्रौद्योगिकी एवं कम्प्यूटर साइंस विभाग द्वारा विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में कम्प्यूटर ज्ञान, डिजिटल साक्षरता, आधुनिक तकनीकों की समझ और आवश्यक तकनीकी कौशल विकसित करना था, ताकि वे बदलती डिजिटल दुनिया में उभरते अवसरों को पहचान सकें और स्वयं को भविष्य की जरूरतों के अनुरूप तैयार कर सकें।
डिजिटल साक्षरता अब आवश्यकता है- प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव
मुख्य अतिथि एवं प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने डिजिटल साक्षरता को आज की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता बताते हुए विद्यार्थियों का ध्यान कम्प्यूटिंग के मूल सिद्धांत, साइबर सुरक्षा के महत्व, डिजिटल उपकरणों के जिम्मेदार उपयोग तथा नवाचार और तकनीकी सोच जैसे प्रमुख बिंदुओं पर केंद्रित कराया।
उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, वित्त और कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों पर आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस के गहन प्रभाव को सरल रूप में समझाया और विद्यार्थियों को AI, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग, क्लाउड तथा साइबर सुरक्षा जैसे उभरते क्षेत्रों में कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
पोस्टर प्रतियोगिता में दिखी रचनात्मकता और तकनीकी सोच
कार्यक्रम के तहत आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने कई उभरते और महत्वपूर्ण विषयों पर काम प्रस्तुत किया-
- डिजिटल इंडिया
- AI for Good
- साइबर सुरक्षा
- क्लाउड कम्प्यूटिंग
- स्मार्ट टेक्नोलॉजी
पोस्टर्स में रचनात्मकता, तकनीकी दृष्टि और भविष्य की सोच का सराहनीय समन्वय देखने मिला।
क्विज़ में तकनीकी ज्ञान और तेज़ सोच की परीक्षा
क्विज़ प्रतियोगिता में प्रतिभागियों के तकनीकी ज्ञान, डिजिटल रुझानों की समझ और त्वरित निर्णय क्षमता की प्रभावी परीक्षा हुई। पूरी प्रतियोगिता के दौरान छात्रों में प्रतिस्पर्धा की भावना और सीखने की उत्सुकता साफ तौर पर दिखाई दी।
करियर और तकनीकी ट्रेंड्स पर सुझाव
सेमिनार में विशेषज्ञों और शिक्षकों ने विद्यार्थियों को डिजिटल अर्थव्यवस्था, तकनीकी नवाचार, करियर अवसर, आधुनिक तकनीकी रुझान और सतत सीखने के महत्व जैसे विषयों पर विस्तृत मार्गदर्शन दिया। साथ ही विभागीय प्राध्यापकों ने विशेष रूप से स्वयं को लगातार अपडेट रखने और नई तकनीकों को अपनाने पर जोर दिया, ताकि विद्यार्थी बदलते डिजिटल परिदृश्य में अपनी मजबूत पहचान बना सकें।
प्राध्यापकों की भूमिका और आयोजन की सफलता
कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष प्रीति सिंह, प्राध्यापिका तृप्ति मंडावी और श्वेता पाटिल की उल्लेखनीय भूमिका रही। संपूर्ण आयोजन प्रो. दुर्गेश कोटांगले के निर्देशन में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ, जिसकी विद्यार्थियों एवं स्टाफ ने प्रशंसा की।