बस्तर से उठी गौसेवा की प्रेरणा: गोपाष्टमी पर 'हैप्पी कामधेनु गौशाला' में गौसेवक हुए सम्मानित, राष्ट्रीय और राजकीय सम्मान देने की मांग
बस्तर में गौसेवा और गौ-रक्षा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले बजरंग दल के गौसेवकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
गायों के लिए बनाया जा रहा छप्पन भोग
अनिल सामंत- जगदलपुर। गोपाष्टमी के पावन अवसर पर बस्तर की प्रसिद्ध हैप्पी कामधेनु गौशाला में श्रद्धा, भक्ति और सेवा का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस अवसर पर गौसेवा और गौ-रक्षा में उल्लेखनीय योगदान देने वाले बजरंग दल के गौसेवकों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन गौसेवा आयोग के जिला सदस्य एवं गौशाला संचालक दीपक पनपालिया ने किया।
जिला संयोजक बजरंग दल मुन्ना कोरी (मुन्ना बजरंगी) ने कहा कि हैप्पी कामधेनु गौशाला केवल बस्तर ही नहीं बल्कि पूरे संभाग और पड़ोसी राज्यों के लिए भी एक आश्रय स्थल बन चुकी है। घायल एवं बीमार गौवंश को यहाँ लाकर उपचार, चारा-पानी और रहने के लिए शेड जैसी सभी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं। उन्होंने बताया कि यह सेवा कार्य कई दशकों से निरंतर जारी है। मुन्ना बजरंगी ने शासन-प्रशासन से मांग की कि ऐसे निस्वार्थ सेवा कार्य करने वाले संस्थान को राष्ट्रीय एवं राजकीय सम्मान से सम्मानित किया जाए, ताकि समाज में गौसेवा की भावना और सशक्त हो सके। गोपाष्टमी के इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने गौमाताओं को छप्पन भोग अर्पित किया तथा गौपूजन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। पूरा परिसर जय गौमाता” के जयघोष से गूंज उठा और वातावरण में भक्ति, करुणा तथा सेवा का संदेश फैल गया।
बस्तर की हैप्पी कामधेनु गौशाला : सेवा की मिसाल
हैप्पी कामधेनु गौशाला बस्तर में पिछले कई दशकों से निरंतर गौसेवा का कार्य कर रही है। यहाँ घायल, बीमार और असहाय गौवंश को उपचार, भोजन, पानी और सुरक्षित आश्रय उपलब्ध कराया जाता है। प्रतिदिन सैकड़ों गौसेवक निस्वार्थ भाव से गौमाताओं की सेवा में लगे रहते हैं। यह गौशाला बस्तर के साथ-साथ पड़ोसी जिलों से भी आए गौवंश के लिए एक सुरक्षित ठिकाना बन चुकी है, जो आज पूरे प्रदेश में गौसेवा की एक जीवंत मिसाल के रूप में स्थापित है।
समारोह में श्रद्धालुओं को दिए गए छप्पन भोग
गोपाष्टमी के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम हैप्पी कामधेनु गौशाला, बस्तर में संपन्न हुआ। आयोजन के प्रमुख दीपक पनपालिया (सदस्य, गौसेवा आयोग एवं गौशाला संचालक) थे। जबकि, मुख्य अतिथि मुन्ना कोरी (मुन्ना बजरंगी), जिला संयोजक बजरंग दल रहे। समारोह में श्रद्धालुओं ने छप्पन भोग, गौपूजन और सम्मान समारोह में भाग लेकर गौमाताओं के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और बस्तर में गौसेवा की परंपरा को और सशक्त बनाया।