वनकर्मियों को खूब छका रहा मगरमच्छ: मछली पालने वाले तालाब में घुसा है, पिंजरा लगाने के नौ दिन बाद भी नहीं पकड़ा जा सका
बस्तर जिले के तोकापाल बाजारपारा के तालाब में मगरमच्छ देखे जाने के बाद वन विभाग की टीम उसे पकड़ने की कोशिश करती रही। लेकिन वह नहीं पकड़ा जा सका।
मगरमच्छ को ढूंढती हुई वन विभाग की टीम
महेंद्र विश्वकर्मा- जगदलपुर। बस्तर जिले के तोकापाल बाजारपारा स्थित मछली पालन के तालाब में मगरमच्छ देखे जाने के बाद वन विभाग की टीम उसे पकड़ने की कोशिश करती रही। हालांकि, मगरमच्छ भी तालाब के पानी में रहकर उन्हें छकाता रहा। तालाब में 29 अगस्त की सुबह मगरमच्छ देखे जाने से दहशत है। धूप सेंकने के लिए तालाब किनारे आया मगरमच्छ फिर से तालाब में घुस गया।
मगरमच्छ और वन विभाग की टीम में 7 सितंबर यानि 9 दिन तक लुका छिपी का खेल चलता रहा, काफी छकाने के बाद भी मगरमच्छ टीम के हाथ नहीं लगा। वन विभाग के बस्तर एवं दंतेवाड़ा जिले की टीम ने रेस्क्यू में जाल डाल कर उसे पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन मगरमच्छ तालाब में चक्कर लगाता रहा। देर शाम तक मगरमच्छ टीम की पकड़ से दूर था।
डिप्टी रेंजर ने दी जानकारी
वन विभाग के डिप्टी रेंजर आरके मिश्रा ने बताया कि, तालाब में मगरमच्छ है, लेकिन पकड़ना संभव नहीं हो पा रहा है। तालाब के चारों ओर टीम को निगरानी के लिए कहा गया है। जैसे ही वह किनारे पर आएगा, पकड़ा जाएगा, आसपास के लोगों को एहतियात रखने की सलाह दी है। विभाग ने कोटवार के माध्यम से मुनादी भी किया गया है। विदित हो कि, तालाब में हॉल ही में तोकापाल के एसडीएम, तहसीलदार सहित वन विभाग के जिले के वन मंडलाधिकारी उत्तम कुमार गुप्ता की टीम पहुंची थी।
तालाब में रखा 200 मीटर पिंजरा
बताया जा रहा है कि टीम ने देखा कि, तालाब में वयस्क मगरमच्छ है, वन विभाग ने तालाब में 200 मीटर पिंजरा रखा, फिर भी मगरमच्छ पिंजरे में नहीं पहुंचा। इसके चलते वन्य जीव मगरमच्छ को संरक्षित करने के लिए वन विभाग ने दो शिफ्टों में वन कर्मियों को तैनात किया गया, जिससे कोई जनहानि न हो सके।
पानी में लगाएंगे पिंजरा- एसडीओ
एसडीओ योगेश कुमार रात्रे ने बताया कि तालाब के किनारे पिंजरा रखा गया है, लेकिन मगरमच्छ नहीं मिल रहा है। इसलिए विभाग की ओर ऐसा पिंजरा बना रहे है कि तालाब के पानी में ही पिंजरे को लगाया जाएगा। हालांकि, तालाब के आसपास मुनादी किया कि लोग तालाब के पास नहीं पहुंचे। वन विभाग की टीम लगातार रेस्क्यू कर रही है, जिससे शीघ्र ही मगरमच्छ को पकड़ा जाएगा।