SIR में बड़ी गड़बड़ी: मतदाताओं तक पहुंचा ही नहीं गणना पत्रक, 70 % बांट दिए जाने का दावा
छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में आयोग का दावा है कि 70 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं को गणना पत्रक का वितरण किया जा चुका है।
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रायपुर। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में आयोग का दावा है कि 70 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं को गणना पत्रक का वितरण किया जा चुका है। एसआईआर में शिक्षक, शिक्षा विभाग के लिपिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही उन्हें विभागीय कार्य में भी समय पर उपस्थिति देनी है। बीएलओ को गणना पत्रक वितरण के लिए मोबाइल पोर्टल भी दिए गए हैं, जिसमें संबंधित मतदान केंद्र के मतदाताओं का नाम दिया है। गणना पत्र वितरण के बाद गुलाबी रंग में दिए गए नाम को क्लिक करने पर वह नीला रंग हो जाता है, इसका मतलब गणना पत्र वितरित कर दिया गया है। बीएलओ बिना गणना पत्र वितरित किए अपनी उपस्थित दर्शाने यह खेल कर रहे हैं।
इसका कंट्रोल जिले के प्रभारी अधिकारी के पास होता जिनको इस पोर्टल के माध्यम से दिनभर में वितरित किए गए गणना पत्रक की जानकारी मिलती है। शहर में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां पर मतदाता दिए गए पते पर नहीं मिल रहे हैं। प्रभारी अधिकारी बीएलओ पर दबाव बना रहे हैं कि गणना पत्रक वितरण का कार्य समय पर पूरा करें। मतदाताओं को वितरित किए गए गणना प9 के में कई जानकारी मांगी है। शहरी क्षेत्र में अधिकांश मतदाताओं को गणना पत्र वितरित नहीं किया गया है। निर्वाचन आयोग ने बीएलओ के लिए घर-घर जाकर गणना पत्रक वितरण के कार्य को अनिवार्य घोषित किया है। ऐसे में उन पर दोहरा दबाव है। एक तो समय पर ड्यूटी आना है, वहीं निर्वाचन का कार्य भी समय पर पूरा करना है।
शहरी इलाकों में नहीं बंट रहे गणना पत्रक
शहर के चारों विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के घर-घर तक बीएलओं के एक सप्ताह बाद भी नही पहुंचे हैं। ऐसे में यह कहा जा रहा है कि एसआईआर का काम समय पर पूरा हो। गणना पत्रक मतदाता तत्काल भरना चाहे, तो बीएलओ को एक जगह पर आधे से पौन घंटे रुकना पड़ेगा। ऐसे में एक दो घर तक ही समिति रह जाएगा। शहरी इलाकों में पुरानी बस्ती में 4 दिसंबर से पुनरीक्षण शुरू हुआ, लेकिन बीएलओ आज कुछ घरों में दिखे। वहीं दक्षिण विधानसभा के 253 बूथो में आधा दर्जन बूथों में अब तक एक भी गणना पत्रक नहीं बंटा है। कुछ जगहों पर 10 से कम तो कुछ बूथों में 100 से अधिक गणना पत्रक वितरित करने की जानकारी आई है।
अफसरों का दबाव
एसआईआर के काम को लेकर अफसरों का बीएलओ पर दबाव है कि दो दिन में गणना पत्रक वितरित करें अन्यथा कलेक्टर से कार्रवई की अनुसंशा की जागी। ऐसे में बीएलओ अपनी अन्य स्थानों पर ड्यूटी को लेकर कार्य में देर होने की बात कह रहे हैं। अफसरों की धमकियों से बीएलओ गणना पत्रक वितरित किए बिना ही अपने मोबाइल पोर्टल एपर गुलाबी रंग में दिए मतदाता के नाम को क्लिक कर दे रहे हैं जिससे वह नीला रंग होकर गणना पत्रक वितरित होना बताया जा रहा है। वह प्रभारी अधिकारी के लॉगिन में बीएलओ के खाते में वह संख्या एड हो जा रही है।
एक दिन में 18 प्रतिशत लोगों को गणना पत्रक वितरित
निर्वाचन आयोग का दावा है कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत अब तक करीब 1 करोड़ 51 लाख 69 हजार 885 मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित किए जा चुके हैं, जो कि प्रदेश में मतदाताओं की कुल संख्या के 72 प्रतिशत से अधिक है। कल यह करीब 54 प्रतिशत के लगभग था। यानी एक दिन में करीब 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विगत 4 नवम्बर से एसआईआर की शुरुआत के बाद से बीएलओ घर-घर पहुंचकर मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित कर रहे हैं।