धमतरी कांड में बड़ा खुलासा: दो सौ करोड़ कैश होने की सूचना पर बनाई थी छापे की प्लानिंग

धमतरी जिले में फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी बनकर पैथालॉजिस्ट के घर छापेमारी करने वाले 12 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

Updated On 2025-12-17 11:57:00 IST

पुलिस की गिरफ्त में सभी आरोपी 

धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में रत्नाबांधा रोड स्थित पैथालॉजिस्ट के घर इनकम टैक्स अधिकारी बनकर फर्जी छापेमारी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दर्जन भर आरोपी को पुलिस ने गिरफ्त्तार किया है। इन आरोपियों के पास सूचना थी कि, डॉक्टर के पास 200 करोड़ रुपए हैं। छापे में कुछ नहीं मिलने के बाद सब भाग निकले थे।

पुलिस के अनुसार पैथालॉजिस्ट डॉ. दिलीप राठौर के रत्नाबांधा रोड स्थित बंगले में 17 नवम्बर को 11.30 बजे 6 से 7 व्यक्ति दो वाहन में पहुंच स्वयं को इनकम टैक्स अधिकारी बताया। बिना किसी पहचान व बगैर सर्च वारंट के पैथालॉजिस्ट के घर जबरन घुसकर लगभग ढाई घंटे तक घर के सभी कमरों, दराजों, आलमारी एवं लॉकर की तलाशी ली। इस दौरान पैथालॉजिस्ट को घर से बाहर नहीं निकलने दिया। तलाशी में कुछ नहीं मिलने पर आरोपी दो वाहनों में बैठकर फरार हो गए।

तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों तक पहुंची पुलिस
पैथालॉजिस्ट की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्जकर विवेचना शुरू कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सूरज सिंह परिहार के निर्देशन में पुलिस की अलग-अलग टीम का गठन किया गया। साइबर सेल के सहयोग से तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण कर टीमों को नागपुर, दुर्ग, रायपुर, बालोद और दल्लीराजहरा की ओर आरोपियों की तलाश में रवाना किया गया। टीमों द्वारा लगातार व तकनिकी विश्लेषण के आधार पर निरंतर प्रयास कर सभी 12 आरोपियों को हिरासत में लेकर धमतरी लाया गया।

करोड़ों रुपए होने की सूचना पर बनाई प्लानिंग
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने स्वीकार किया कि, पैथालॉजिस्ट के घर में 200 करोड़ रुपए होने की सूचना प्राप्त हुई थी। इसी सूचना के आधार पर बालीवुड मूवीज स्पेशल 26 की तर्ज पर आरोपियों ने आपस में संपर्क कर सुनियोजित षडयंत्र रचते हुए फर्जी इनकम टैक्स टीम बनाकर घटना को अंजाम दिया। पैथालॉजिस्ट द्वारा घटना में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई। आरोपियों से लिए गए अलग-अलग बयान के आधार पर घटना में प्रयुक्त चारपहिया वाहन टाटा सफारी, स्विप्ट डिजायर एवं स्विप्ट कार सहित आपसी संपर्क में प्रयुक्त मोवाइल फोन तथा नजदी रखने हेतु प्रयुक्त जूट की बोरी को जब्त किया गया। आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिलने पर पुलिस ने सनी 12 आरोपी को गिरफ्तार कर विधिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

आरोपियों के खिलाफ पूर्व में मामला दर्ज
इस मामले में गिरफ्तार आरोपी दीपक मोहर वर्ड के खिलाफ परसिवनी याव नागपुर में धारा 305 बीएमएस के तहत अपराध दर्ज है। आरोपी अमन उत्तम मेश्राम के खिलाफ थान नंदनवन नागपुर सिटी में आम्र्स एक्ट व हत्या के गंभीर मामले दर्ज हैं।

यह है फर्जी आईटी टीम
इस वारदात में शामिल बबलू अजबराव नाइक उफ नोला सामा पिला अजडराव (43) नागपुर अर्पण उत्तम मेश्राम पिता उत्तम (25) नंदनवन महाराष्ट्र, अमर उत्तम मेश्राम पिता उत्तम (26) नंदनवन महाराष्ट्र, संजय जगतराव शिवरिया उर्फ बाला पिता जगतराम (52) नागपुर, दीपक मोहन वार्ड पिता मोहन (22) नागपुर, संजय रामटेके पिता राजेन्द्र (34) झुरीपारा बालोद, गजेन्द्र कुमार साहू पिता राजेश (31) ग्राम कुसुमकसा थाना दल्लीराजहरा जिला बालोद, विवेक उर्फ विक्की कोर्सडा पिता द्रोणेन्द्र (33) ग्राम बोरसी थाना पवनामपुर दुर्ग, उमेश साहू, पिता कोमल (30) बजरंग चौक ग्राम भटगांव थाना रुद्री धमतरी, जीतेन्द्र कुमार बघेल पिता नीलकंठ (32) निवासी ग्राम भाठापारा बोधन रोड रजौली थाना रनचिरई बालोद वर्तमान निवास सेजबहार रायपुर, चेतन साहू पिता झीटूराम (44) ग्राम सांगली थाना गुरुर बालोद व श्रवण ध्रुव पिता छतर सिंह (28) हटकेश्वर वार्ड धमतरी निवासी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। 

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